5 Died Due to Suffocation in Well : बछड़े को बचाने कुएं में उतरे 6 लोग, जहरीली गैस से दम घुटने से 5 की मौत!

कुएं में करीब 12 फीट पानी होने से बचाव के काम में दिक्कत आई!

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5 Died Due to Suffocation in Wello : बछड़े को बचाने कुएं में उतरे 6 लोग, जहरीली गैस से दम घुटने से 5 की मौत!

Guna : धरनावदा गांव में कुएं में गिरे एक बछड़े को निकालने के लिए नीचे उतरे 6 लोगों में से 5 की दम घुटने से मौत हो गई। एक युवक हादसे से पहले खुद कुएं से बाहर आ गया था, इसलिए वो बच गया। घटना मंगलवार सुबह करीब 10 बजे की है। गुना कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने बताया कि कुएं में शायद कार्बन मोनो ऑक्साइड गैस का रिसाव हुआ था लैब टेस्ट करवा रहे हैं, उसके बाद ही और साफ होगा कि दम घुटने का कारण क्या था। कुएं में करीब 12 फीट पानी है। इस वजह से बचाव के काम में दिक्कतें आई।

बताया गया कि ये लोग आम तोड़ने गए थे, वहां उन्होंने बछड़े को भगाया तो वह कुएं में जा गिरा। जानकारी के मुताबिक धरनावदा गांव के मुहाने पर अनिल भदौरिया नाम के व्यक्ति का खेत है। इस खेत के बीचों-बीच लगभग 70 फीट गहरा कुआं है, जिसमें 12 फीट पानी है। आसपास बगीचा है। बगीचे में करीब 15 से 20 आम के पेड़ हैं। अनिल ने इन पेड़ों से आम तोड़ने का ठेका गांव के ही दो लोगों को दे रखा था। मंगलवार सुबह 10 से 11 बजे के बीच तीन लोग आम तोड़ने के लिए खेत पर पहुंचे। इसी दौरान वहां एक बछड़ा आ गया। उन्होंने उसे भगाने की कोशिश की, तो वह कुएं में गिर गया।

बछड़े को बचाने के लिए एक के बाद एक 6 लोग कुएं में उतर गए। पवन पिता ग्यारसी राम कुशवाह कुएं से पहले ही बाहर निकल आया था। कुएं में जहरीली गैस की वजह से सभी को घुटन होने लगी। बछड़े को बचाने के लिए दो लोग रस्सियों के सहारे कुएं में उतर गए। तीसरे व्यक्ति ने मदद के लिए गांव के अन्य लोगों को बुला लिया। इसके बाद एक-एक कर 6 लोग कुएं में उतरते गए। नीचे उतरते ही जहरीली गैस की वजह से सभी को घुटन होने लगी और उनके हाथ-पैर ने काम करना बंद कर दिया। इनमें से एक युवक किसी तरह बाहर निकल आया, जबकि बाकी 5 लोग बेहोश होकर कुएं में डूब गए।o

हादसे में इन 5 लोगों की मौत

– सिद्धार्थ सहरिया पुत्र दिमान सिंह (25)

– गुरुदयाल ओझा पुत्र गंगाराम ओझा (40)

– शिवचरण साहू पुत्र भंवर लाल साहू (40

– सोनू कुशवाह पुत्र पप्पू कुशवाह (28)

– मन्नू कुशवाह पुत्र श्रीकृष्ण कुशवाह (35)

 

घटना की जानकारी मिलने पर एसपी अंकित सोनी, गेल की सीआईएसएफ यूनिट, एसडीईआरएफ की टीम समेत पहुंच गई। पुलिस और प्रशासन की टीम भी मौके पर पहुंची और बचाव अभियान शुरू किया। बचाव दल के सदस्य ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर कुएं में उतरे और खटिया और रस्सी के सहारे 5 लोगों को कुएं से निकाला। एसडीईआरएफ टीम ने कुएं से तीन लोगों के शव निकाले। जबकि, दो को अस्पताल में मृत घोषित किया गया। बचाव के दौरान पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे। कलेक्टर किशोर कन्याल और एसपी समेत कई प्रशासनिक अधिकारी भी वहां थे।

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जान बचाई जा सकती थी

बताया गया कि करीब दो घंटे तक यह घटनाक्रम चला। इनमें से एक घंटा तो लोगों को बचाने का समय था। अगर उस दौरान मौके पर कोई उचित व्यवस्था होती, तो शायद पांच लोगों की जान बचाई जा सकती थी। किसी की भी नीचे उतरने की हिम्मत नहीं हुई। क्योंकि, कुएं में सांस लेना मुश्किल हो रहा था। पांचों ही गांव के थे। कुछ के तो एक-डेढ़ साल के छोटे-छोटे बच्चे हैं। कुछ खेती करते थे और कुछ मजदूरी कर परिवार चलाते थे।

घटनास्थल पर मौजूद एक व्यक्ति ने बताया कि यहां पर 4-5 लोग पहले से ही मौजूद थे। कुएं में पता नहीं क्या समस्या हुई कि सब लोग बेहोश होने लग गए। रस्सियां भी डाल रखी थीं। वो लोग ऊपर आने में असमर्थ होने लगे। हम लोगों ने खाट डाली, तो उनमें से एक व्यक्ति पवन कुशवाह उस पर लटक गया। उसे हमने ऊपर खींच लिया। इसके बाद पांचों लोग देखते ही देखते कुएं में समा गए।

लोग चिल्ला रहे थे, चीख रहे थे कि हमें बचा लो। दो-तीन लोगों को हमने कुएं में नीचे भी उतारा, पर उनमें से किसी की नीचे जाने की हिम्मत नहीं हुई। जैसे ही वो नीचे गए, उनको वहां सांस लेने में दिक्कत आई, तो फिर उनको हमने ऊपर खींचा।