भूस्खलन में बही दो बसों के 6 भारतीय समेत 50 लापता, एक का शव बरामद

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भूस्खलन में बही दो बसों के 6 भारतीय समेत 50 लापता, एक का शव बरामद

भूस्खलन की चपेट में आकर नेपाल की त्रिशूल नदी में शनिवार तड़के 3.30 बजे बह गईं दो बसों में सवार 60 से ज्यादा यात्रियों में से एक भारतीय का शव बरामद कर लिया गया है। जानकारी के मुताबिक मृतक का नाम ऋषि पाल शाही है। उनकी उम्र 40 साल थी।

चितवन। भूस्खलन की चपेट में आकर नेपाल की त्रिशूल नदी में शनिवार तड़के 3.30 बजे बह गईं दो बसों में सवार 60 से ज्यादा यात्रियों में से एक भारतीय का शव बरामद कर लिया गया है। जानकारी के मुताबिक मृतक का नाम ऋषि पाल शाही है। उनकी उम्र 40 साल थी। बचाव दल के मुताबिक ऋषि पाल शाही का शव हादसे की जगह से 50 किलोमीटर दूर नारायणी नदी में बालू के नीचे आधा दबा मिला। नेपाल में हुए इस दर्दनाक हादसे में लापता हुए 60 से ज्यादा यात्रियों की तलाश अब भी जारी है। हालांकि, मौजूदा हालात में किसी के भी बचने की संभावना नहीं दिख रही है।

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जानकारी के मुताबिक बसों में ऋषि पाल शाही के अलावा भारत के संतोष ठाकुर, सुरेंद्र साह, अदित मियां, सुनील, शाहनवाज आलम और अंसारी भी थे। इन सभी का अभी कुछ पता नहीं है। नेपाल के सुरक्षाबलों को यात्रियों की तलाश में लगाया गया है। उनके साथ गोताखोर भी जगह-जगह नदी में उतरकर बसों और उनमें सवार यात्रियों की तलाश कर रहे हैं। प्रशासन के मुताबिक ये हादसा चितवन जिले के नारायणघाट-मुगलिंग रोड पर सिमलताल इलाके में हुआ था। त्रिशूली नदी में बाढ़ आई हुई है। भारी बारिश भी इलाके में जारी है। इस वजह से राहत और बचाव कार्य ठीक से नहीं किया जा पा रहा है। शनिवार को हादसे के बाद ये जानकारी मिली थी कि एंजेल और गणपति डीलक्स बसें गौर से काठमांडू जा रही थीं। गणपति डीलक्स में 41 और एंजेल की बस में 24 यात्री थे। गणपति डीलक्स बस के 3 यात्रियों ने भूस्खलन की चपेट में बस के आने के बाद उससे कूदकर अपनी जान बचा ली थी।

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नेपाल सरकार के अनुसार बसों और उनके यात्रियों की तलाश में तीन सुरक्षाबलों के 75 कर्मचारियों को लगाया गया था। अब इनकी संख्या 500 कर दी गई है। राहत और बचाव के काम में नेपाल आर्म्ड पुलिस फोर्स ने ड्रोन भी तैनात किया है। ये पानी में चलने वाला ड्रोन है और त्रिशूली नदी में इसे उतारकर लोगों की तलाश हो रही है। इसके अलावा सोनार कैमरा से भी बसों की तलाश की जा रही है। त्रिशूली नदी के साथ ही इसकी अन्य शाखा वाली नदियों में भी तलाश जारी है।