भोपाल: प्रदेश में स्कूलों और स्कूल शिक्षा विभाग से जुड़ी आम नागरिकों की 6 हजार 190 शिकायतें सीएम हेल्पलाईन पर लंबित है। इसको लेकर लोक शिक्षण आयुक्त ने नाराजगी जाहिर की है। सर्वाधिक 1 हजार 423 शिकायतें ग्वालियर संभाग में है। इसके बाद सागर संभाग में एक हजार आठ शिकायतें है।
स्कूलों में प्रवेश न मिलने, कक्षाएं समय पर न लगने, नि:शुल्क सायकल नहीं मिलने, पुस्तकें नहीं मिलने, छात्रवृत्ति मिलने में देरी से लेकर स्कूल के कर्मचारियों की पेंशन, वेतन-भत्तें, स्थानांतरण नहीं होंने जैसी हजारों शिकायतें हर साल सीएम हेल्पलाईन में पहुंच रही है।
विभाग के अधिकारियों, प्राचार्यो, संयुक्त संचालकों द्वारा ध्यान देने में देरी की जा रही है। इनके निराकरण में अफसरों की धीमी गति से कार्यवाही किए जाने के कारण ये शिकायतें लंबित चल रही है।
रीवा में एक हजार 215 शिकायतें लंबित है। भोपाल में 687 शिकायतें सीएम हेल्पलाईन में लंबित पड़ी है। इंदौर में 451, उज्जैन में 401, ग्वालियर में 1 हजार 423 शिकायतें लंबित पड़ी है। नर्मदापुरम में 108 शिकायतें और जबलपुर में 677 शिकायतें तथा शहडोल में 220 शिकायतें लंबित है।
सीएम हेल्पलाईन में इतनी अधिक शिकायतों के लंबित होंंने पर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जिला स्तर पर एवं संभागीय संयुक्त संचालक द्वारा संभागीय स्तर पर समीक्षा नहीं किए जाने पर नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने संचालनालय स्तर से सीएम हेल्पलाईनप के निराकरण हेतु जिला शिक्षा अधिकारियों की अति व्यस्तता देखते हुए सीएम हेल्पलाईन कक्ष प्रभारी को संचालनालय में उपस्थित होकर शिकायतों के निराकरण कराए जाने के निर्देश दिए है।