75 साल सौगातों के… मध्य प्रदेश और मोहन के प्रति प्रेम के…

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75 साल सौगातों के… मध्य प्रदेश और मोहन के प्रति प्रेम के…

कौशल किशोर चतुर्वेदी

धार जिले का भैसोला गांव 17 सितंबर 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75 साल पूरा होने का साक्षी बना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 75 साल की जीवन यात्रा पूरी होने पर 17 सितंबर को सौगातों का दिन बना दिया। मध्य प्रदेश को देश के सबसे बड़े इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल पार्क की सौगात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी । ‘स्वस्थ नारी-सशक्त परिवार’ की सौगात भाई और बेटे के रूप में भारत की महिला शक्ति को दी। वहीं ‘आदि सेवापर्व’ की सौगात मध्यप्रदेश की आदिवासी जनसंख्या को मिली। और वैसे देखा जाए तो 75 साल की आयु पूर्ण होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश की धरती पर आकर मध्यप्रदेश के प्रति अपने प्रेम की जो खुलकर अभिव्यक्ति की है, वह भी मध्य प्रदेश के लिए बड़ी सौगात है। और इससे भी बड़ी सौगात मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी है। पीएम मित्र पार्क के पार्श्व में कार्यक्रम स्थल पर मौजूद हजारों आदिवासी भाई-बहन और अन्य सभी इस बात के भी साक्षी बने कि मोदी का मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के प्रति सहज तौर पर ही प्रेम भरा भाव है। तो वास्तव में 17 सितंबर 2025 की तारीख मध्यप्रदेश और मोहन के लिए उलब्धियों भरी और ऐतिहासिक मानी जा सकती है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम मित्र पार्क के शुभारंभ के अवसर पर अपने भाषण की शुरुआत भारत माता की जय और नर्मदा मैया की जय के साथ की। इसका सीधा-सीधा सा उद्देश्य यही था कि मोदी का 75 साल पूर्ण होने का दिन मातृशक्ति को समर्पित हो रहा है। और उसके ठीक बाद मोदी ने कहा कि मैं ज्ञान की देवी और धार भोजशाला की मां वाग्देवी के चरणों में नमन करते हुए अपनी बात आगे बढ़ाई। और उसके बाद कौशल और निर्माण के देवता भगवान विश्वकर्मा की जयंती पर उन्हें याद किया। मोदी ने फिर धार और राजा भोज के शौर्य और पराक्रम को नमन करते हुए त्याग की मूर्ति दधीचि को याद किया। तब मां भारती की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। पाकिस्तान से आए आतंकियों ने हमारी बहनों-बेटियों का सिंदूर उजाड़ा था, हमने ऑपरेशन सिंदूर करके आतंकी ठिकानों को उजाड़ दिया है। हमारे वीर जवानों ने पलक झपकते ही पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया। अभी कल ही देश और दुनिया ने देखा है, फिर एक पाकिस्तानी आतंकी ने रो-रोकर अपना हाल बताया है। मोदी ने कहा कि ये नया भारत है, ये किसी की परमाणु धमकियों से डरता नहीं है, ये नया भारत है, घर में घुसकर मारता है। तो सरदार पटेल को याद करते हुए बोले कि आज 17 सितंबर को एक और ऐतिहासिक अवसर है। आज ही के दिन देश ने सरदार पटेल की फौलादी इच्छाशक्ति का उदाहरण देखा था। भारतीय सेना ने हैदराबाद को अनेकों अत्याचारों से मुक्त कराकर, उनके अधिकारों की रक्षा करके भारत के गौरव को पुन: प्रस्थापित किया था। देश की इतनी बड़ी उपलब्धि को, और उस उपलब्धि को, सेना के इतने बड़े शौर्य को, कई दशक बीत गए, कोई याद करने वाला नहीं था, लेकिन आपने मुझे मौका दिया, हमारी सरकार ने 17 सितंबर, सरदार पटेल, हैदराबाद की घटना, उसको अमर कर दिया है। हमने भारत की एकता के प्रतीक इस दिन को हैदराबाद लिबरेशन डे के तौर पर मनाने की शुरुआत की है। और आज हैदराबाद में बड़े शान से लिबरेशन डे का कार्यक्रम भी किया जा रहा है। हैदराबाद लिबरेशन डे हमें प्रेरणा देता है, मां भारती की आन-बान-शान से बड़ा कुछ भी नहीं, हम जिएं तो देश के लिए, हमारा हर पल समर्पित हो देश के लिए। यानि मोदी राजा भोज से चलकर सरदार पटेल तक पहुंच कर पूरी तरह से शौर्य और पराक्रम के भावों से सराबोर दिखे। और उपस्थित जनों से आत्मनिर्भर भारत के रास्ते से 2047 में विकसित भारत बनाने की अपील कर डाली।

मध्यप्रदेश की धरती से एक और अभियान की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिकल सेल अनीमिया में मध्य प्रदेश की उपलब्धि की चर्चा की।

मोदी ने देवी अहिल्याबाई होलकर को याद करते हुए कहा कि उन्होंने माहेश्वरी साड़ी को नया आयाम दिया था। कुछ ही समय पहले, हमने अहिल्याबाई होल्कर जी की 300वीं जयंती मनाई है। अब धार में पीएम मित्र पार्क के जरिए, एक प्रकार से हम देवी अहिल्याबाई की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। तो मोदी ने कुशा भाऊ ठाकरे को भी याद करते हुए उनको नमन किया।

मोदी ने पीएम मित्र पार्क का शुभारंभ करते हुए युवाओं, किसानों का दिल जीत लिया तो माताओं से उनके स्वास्थ्य की जांच का वादा लेकर माता-बहनों का दिल भी जीत लिया। तो स्वराज के जरिए आत्मनिर्भर भारत के रास्ते विकसित भारत तक का रास्ता तय करने में सभी के सहयोग की दिल से अपील भी की। पर इस पूरे कार्यक्रम में वास्तव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के बीच की केमिस्ट्री वाकई देखने लायक थी। मोदी द्वारा 75 साल की आयु पूरी करने पर 17 सितंबर 2025 का दिन सबको सौगातें देने का था… तो मध्य प्रदेश और मोहन के प्रति प्रेम से भी भरा था…।

 

लेखक के बारे में –

कौशल किशोर चतुर्वेदी मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार हैं। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पिछले ढ़ाई दशक से सक्रिय हैं। पांच पुस्तकों व्यंग्य संग्रह “मोटे पतरे सबई तो बिकाऊ हैं”, पुस्तक “द बिगेस्ट अचीवर शिवराज”, ” सबका कमल” और काव्य संग्रह “जीवन राग” के लेखक हैं। वहीं काव्य संग्रह “अष्टछाप के अर्वाचीन कवि” में एक कवि के रूप में शामिल हैं। इन्होंने स्तंभकार के बतौर अपनी विशेष पहचान बनाई है।

वर्तमान में भोपाल और इंदौर से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्र “एलएन स्टार” में कार्यकारी संपादक हैं। इससे पहले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में एसीएन भारत न्यूज चैनल में स्टेट हेड, स्वराज एक्सप्रेस नेशनल न्यूज चैनल में मध्यप्रदेश‌ संवाददाता, ईटीवी मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ में संवाददाता रह चुके हैं। प्रिंट मीडिया में दैनिक समाचार पत्र राजस्थान पत्रिका में राजनैतिक एवं प्रशासनिक संवाददाता, भास्कर में प्रशासनिक संवाददाता, दैनिक जागरण में संवाददाता, लोकमत समाचार में इंदौर ब्यूरो चीफ दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। नई दुनिया, नवभारत, चौथा संसार सहित अन्य अखबारों के लिए स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर कार्य कर चुके हैं।