
एशिया से सबसे बड़े ग्रेड सेपरेटर में महज 2.5 घंटे में स्थापित हुआ 76.20 मीटर ओपन वेब गर्डर, केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया X पोस्ट
कटनी: मध्यप्रदेश के कटनी जिले में चल रहे 34 कि.मी. लंबे ग्रेड सेपरेटर के काम कर रही निर्माणाधीन कंपनी ने महज 2.5 घंटे में 76.2 मीटर ओपन वेब गर्डर को सफलतापूर्वक स्थापित किया है। जिसे लेकर केंद्रीय रेलमंत्री दौरान अश्विनी वैष्णव ने पूरा वीडियो अपने सोशल अकाउंट X में पोस्ट किया है।
Successful launch of 76.20m Open Web Girder, rail over rail at Katni in record 2.5 hours. pic.twitter.com/YrGnfZolgP
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) January 16, 2025
कटनी जिले के गुड्स ट्रेन के झलवारा स्टेशन से मझगवाँ स्टेशन तक अप ग्रेड सेपरेटर करीब 16 किमी लंबी और डाउन ग्रेड सेपरेटर को 18 किमी मिलाकर कुल 34 किमी लंबी रेल लाइन बिछाई जा रही है। जिसे उड़ता जंक्शन से भी पहचाना जा रहा है । इस ग्रेड सेपरेटर एशिया का सबसे लंबा ग्रेड सेपरेटर के रूप में इसकी पहचान बनी हुई थी।
इसी बीच निर्माणाधीन कंपनी ने ओपन वेब गर्डर संरचना का उपयोग करते हुए रेलवे ट्रैक के दो सिरों को जोड़ा है। बता दे इस पद्धति का प्रयोग स्थलाकृति में किसी अवसाद या नदियों जैसे जल निकायों से होकर गुजरने में किया जाता है। जिसे कंपनी का प्रयोग करते हुए 76.20 मीटर ओपन वेब गर्डर का सफल प्रवेक्षण महज 2.5 घंटे में पूर्ण किया है।

जिस लेकर केंद्रीय रेलमंत्री वैष्णव ने अपने सोशल अकाउंट X पोस्ट करते हुए लिखा है कि, कटनी में हाल ही में स्थापित ट्रैक ब्रिज को जमीनी स्तर पर पहले से मौजूद एक नए रेलवे ट्रैक को ऊपर उठाने के लिए बनाया गया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो साझा करते हुए लिखा, “रिकॉर्ड 2.5 घंटे में कटनी में रेल के ऊपर 76.20 मीटर ओपन वेब गर्डर का सफल प्रक्षेपण हुआ है जिसके साथ उन्होंने 20 सेकेंड का वीडियो भी साझा किया है।
एक जानकारी के अनुसार इस 34 किमी लंबे ग्रेड सेपरेटर बन जाने से कटनी में बने 5 जंक्शन सहित स्टेशनों में चलने वाली ट्रेनों के वर्क लोड से काफी छुटकारा मिलेगा। चूंकि ये ग्रेड सेपरेटर झलवारा स्टेशन से शुरू होकर कटनी, साउथ, मुड़वारा जंक्शन को पार करता हुआ सीधा मझगवाँ स्टेशन पर उतरेगा। इस बीच इसके अप ग्रेड सेपरेटर में 260 स्पैन तो डाउन ग्रेड सेपरेटर में 411 स्पैन निर्माणाधीन किए जा रहे है। जिसे मार्च 2025 तक पूर्ण होने की संभावना जताई जा रही है।





