Next BJP President : जेपी नड्डा फिर अध्यक्ष नहीं बने तो अगला नाम किसका!
New Delhi : मोदी मंत्रिमंडल में फेरबदल की चर्चा बहुत तेज है। जिन लोगों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाना है उनमें जेपी नड्डा को भी लिया जाना है, जो अभी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। उनका अध्यक्ष का कार्यकाल 20 जनवरी को पूरा हो रहा है। उन्हें मंत्रिमंडल में लिए जाने का आशय है कि उन्हें फिर अध्यक्ष नहीं बनाया जा रहा है। उन्हें दूसरे कार्यकाल में अध्यक्ष नहीं बनाए जाने के कारण स्पष्ट है। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार के अलावा और भी बहुत सारी असफलताएं उनके खाते में दर्ज है।
जेपी नड्डा के बाद भाजपा का अगला अध्यक्ष कौन होगा इस पर काफी मंथन चल रहा है। इस साल 9 राज्यों के चुनाव होना है इसलिए इस पक्ष को भी ध्यान में रखा जाएगा कि किसी नेता को अध्यक्ष की कुर्सी दी जाए जिससे इन चुनाव पर भी असर पड़े। अध्यक्ष पद की इस दौड़ में कई नाम सामने आए हैं। संभावना इस बात की भी लगाई जा रही है कि जेपी नड्डा के कार्यकाल को बढ़ाते हुए एक बार फिर उन्हीं को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। पर, इसके आसार कम ही हैं।
इस साल 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं और अगले साल लोकसभा चुनाव होंगे। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी किसी प्रकार का जोखिम लेना नहीं चाहेगी। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक भी इसी महीने होगी। पूरी संभावना है कि इस बैठक में पार्टी अपने अगले अध्यक्ष के नाम की घोषणा करेगी। यदि नड्डा के कार्यकाल को बढ़ाया नहीं जाता तो फिर पार्टी किसे इस योग्य पाती है, जो भाजपा का अगला अध्यक्ष होगा और अगली चुनौतियों से पार्टी को उबारेगा!
अध्यक्ष पद के लिए योग्य चयन के अलावा पार्टी चुनाव से पहले संगठनात्मक स्तर पर भी बदलाव करने के मूड में है। इन बदलावों का आधार आगामी विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव हो सकता है। पार्टी के कई बड़े नेताओं को उनके चुनावी राज्य में जिम्मेदारी दी जा सकती है।
किसके नाम है अध्यक्ष पद की दौड़ में!
इस साल कई प्रमुख राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है। हिंदी बेल्ट के अलावा दक्षिण और पूर्व तक मे चुनाव होना है।
जेपी नड्डा की जगह यदि किसी और नेता को अध्यक्ष पद के लिए चुनना पड़ा, तो पार्टी केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के बारे में सोच सकती है। वे नरेंद्र मोदी और अमित शाह के भी काफी नजदीक माने जाते हैं। इसलिए उनके नाम की संभावना ज्यादा है।
उसके बाद नाम आता है, राजस्थान के भूपेंद्र यादव का। इस राज्य में इस साल चुनाव होना हैं। ऐसे में पार्टी भूपेंद्र यादव के नाम पर भी विचार कर सकती है। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव पहले भी अध्यक्ष पद के दावेदार माने जा रहे थे। लेकिन, जेपी नड्डा का नाम फाइनल होने से वे पिछड़ गए थे।
अध्यक्ष के लिए क्या कहता है पार्टी संविधान!
भाजपा के संविधान के मुताबिक एक व्यक्ति लगातार दो बार अध्यक्ष बन सकता है। पार्टी ने 2012 में नितिन गडकरी के लिए अपने संविधान में बदलाव किया था। उन्हें लगातार दूसरी बार पार्टी का अध्यक्ष चुना गया था। उस समय जो संशोधन किया गया था, उसके मुताबिक पार्टी का कोई भी सदस्य एक बार पार्टी का अध्यक्ष रहने के बाद अगले तीन साल के लिए फिर पार्टी अध्यक्ष बन सकता है। अब देखना है कि जेपी नड्डा पर भाजपा फिर विश्वास जताती है या कोई नया चेहरा सामने आता है।