Pravasi Bhartiya Sammelan : PM ने उद्घाटन किया, कहा ‘ इंदौर समय से आगे चलता है, पर विरासत को समेटकर!’
Indore : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17वें ‘प्रवासी भारतीय सम्मेलन’ का उद्घाटन किया। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि करीब चार साल बाद प्रवासी भारतीय सम्मेलन अपने मूल स्वरूप में हो रहा है। मैं इसलिए सामने आया हूं कि अपनों से सामने की बात और मुलाकात का अलग ही महत्व होता है। पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीयों से भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेने जाने की अपील की। उन्होंने कहा कि लोग कहते है की इंदौर एक शहर है, लेकिन मैं कहता हूं की इंदौर एक दौर है।
इसके साथ ही देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में रविवार से प्रवासी भारतीय सम्मेलन का आगाज हो चुका है। इंदौर में 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन का आज दूसरा दिन है। खराब मौसम की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निर्धारित समय सुबह 10 बजे की जगह देरी से सुबह 11 बजे इंदौर पहुंचे। एयरपोर्ट से से नरेंद्र मोदी ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर पहुंचे। सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी और गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली बतौर अतिथि यहां मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इंदौर ये समय से आगे चलता है, लेकिन विरासत को समेटे रहता है। इंदौर देश ही नहीं पूरी दुनिया में मशहूर है। यहां की साबूदाने की खिचड़ी, कचौड़ी, समोसे, शिकंजी जिसने भी इसे देखा उसके मुंह का पानी नहीं उतरा। लोग इंदौर को स्वच्छता के साथ ही स्वाद की राजधानी भी कहते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे लिए पूरा संसार ही स्वदेश है। इसी वैचारिक बुनियाद पर हमारे पूर्वजों ने भारत को सांस्कृतिक विस्तार दिया। हम दुनिया के अलग-अलग कोनों में गए, समन्दरों के पार गए। इसलिए सभी प्रवासी भारतीय विदेशों में हमारे ब्रांड एंबेसडर हैं। योगा, मेक इन इंडिया, हैंडिक्राफ़्ट, मिलेट्स के आप ब्रांड एम्बेसेडर हैं। दुनिया के 40 परसेंट डिजिटल ट्रांजेक्शन भारत में होते हैं। भारत का बढ़ता सामर्थ्य भारत से जुड़े हर व्यक्ति का सीना चौड़ा कर देता है।
मध्यप्रदेश में अमृत वर्षा हो रही
इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि आजादी के अमृत काल में मुझे ऐसा लग रहा है कि मध्यप्रदेश में अमृत वर्षा हो रही है। इंदौर ने अपने दिल के दरवाजे भी खोले हैं और अपने घरों के दरवाजे भी खोले हैं। इंदौर में प्रवासी भाई बहनों के लिए अद्भुत उत्साह रहा। इंदौर के ग्लोबल गार्डन में 66 देशों के लोगों ने पौधे लगाए हैं। प्रधानमंत्री के आवाहन पर इंदौर ने ऐसी झाड़ू लगाई की स्वच्छता का सिक्सर मार दिया। मध्य प्रदेश ने पीएम के आवाहन पर हर कार्य किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लिए हम रोड मैप बना चुके हैं। आज सिर्फ़ प्रधानमंत्री मोदी ही दुनिया को शांति के लिए कहते हैं। वह पूरी दुनिया को वसुधैव कुटुंबकम का संदेश देते हैं। भारत माता अंगड़ाई लेकर जाग रही हैं और विश्व गुरु के पाथ पर अग्रसर हो रही हैं। भारत में दो नरेन्द्र हुए हैं। सौ साल पहले एक नरेंद्र स्वामी विवेकानंद जी थे, जिन्होंने भारत को विश्व गुरु बताया था। आज दूसरे नरेंद्र के नेतृत्व में ये कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा कि जिस हॉल में प्रोग्राम हो रहा है, उसमें एंट्री रोके जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हॉल छोटा पड़ गया, लेकिन दिल छोटा नहीं है।
सूरीनाम के राष्ट्रपति का हिंदी संबोधन
सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी ने अपने संबोधन की शुरुआत हिंदी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रणाम किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आपको हृदय से मेरा नमस्कार और प्रणाम। हम अपने देश में हिंदी भाषा, कल्चर, आयुर्वेद पर ऐसे कई ट्रेनिंग सेंटर बनाने पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि, माँ और मातृभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर होती है। यह सम्मेलन हम दोनों देशों के आपसी सहयोग को बढ़ाने में मददगार साबित होगा। सूरीनाम की जनता की ओर से मैं मध्यप्रदेश और भारत सरकार का आभार प्रकट करता हूं।
गुयाना के राष्ट्रपति ने आभार जताया
गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली ने कोरोना काल में वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए भारत का आभार जताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास को भी सराहा। उन्होंने कहा कि इसके बिना कोई भी आगे नहीं बढ़ सकता। महात्मा गांधी को याद करते हुए कहा कि इंडिया का फ्रीडम स्ट्रगल भी दूसरे देशों के लिए इंस्पायरिंग है। भारत डेवलपमेंट और तकनीक समेत कई क्षेत्रों में वर्ल्ड पॉवर है। राष्ट्रपति बनने के पहले मैंने भारत में पढ़ाई की और भारत में रहा। भारत प्रतिभाओं को निखारने में दुनिया में पहले नंबर पर है। हम प्रवासियों के लिए भारत के चलाए जा रहे कार्यक्रमों से काफी कुछ सीख रहे हैं।
हॉल छोटा पड़ गया
ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर के हॉल में एंट्री नहीं मिलने पर प्रवासी भारतीय परेशान हुए। इस दौरान मॉरीशस के डेलीगेट की तबियत बिगड़ गई। बताया गया कि उन्हें अटैक आया। उन्हें तुरंत मेडिकल फैसिलिटी प्रोवाइड कराई गई। वहीं नाराज एनआरआई बोले कि 8:30 बजे आने के बाद भी एंट्री नहीं मिली। न वाशरूम, न पानी और न बैठने की व्यवस्था है। एनआरआई का कहना है कि यह इनसल्ट करने का अच्छा तरीका है। दरअसल, हॉल फुल होने की वजह से एंट्री बंद कर दी गई। हॉल की कैपेसिटी 2200 लोगों के बैठने की है, जबकि 3 हज़ार से ज्यादा लोग पहुंए गए।