कृषि पत्रकारिता को बढ़ावा देने के लिए अनोखी पहल

दैनिक जागरण समूह के जिम्सी एवं चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय, कानपुर के बीच राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की मौजूदगी में एमओयू

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कृषि पत्रकारिता को बढ़ावा देने के लिए अनोखी पहल

सुदेश गौड़

कानपुर। पत्रकारिता भी अब विशेषज्ञता की ओर शनै शनै बढ़ती जा रही है। इसी दिशा में पहल करते हुए देश के पहले कृषि पत्रकारिता व विज्ञान संचार पाठ्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ हो गया है। दैनिक जागरण समूह के सीएमडी व जागरण इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट एंड मॉस कम्युनिकेशन (जिम्सी) के चेयरमैन डॉ महेंद्र मोहन गुप्त और चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति प्रो. डीआर सिंह ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल की उपस्थिति में इस संयुक्त पाठ्यक्रम के एमओयू पर हस्ताक्षर किये।

चंद्रशेखर आजाद कृषि विवि परिसर में आयोजित एमओयू हस्ताक्षर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने प्रसन्नता जताई कि दैनिक जागरण प्रणीत पत्रकारिता संस्थान जिम्सी और राज्य सरकार के शीर्ष कृषि व तकनीकी विश्वविद्यालय सीएसएयू ने साथ-साथ मिलकर कृषि व ग्रामीण जागरूकता की दिशा में एक ठोस कदम बढाया है। एक प्रयोगधर्मी जागरूक किसान की बेटी होने के नाते उन्होंने एमओयू पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि आज कृषि पत्रकारिता को बढ़ावा देने की जरूरत है ताकि किसानों को मीडिया के विविध माध्यमों से अपनी आय बढ़ाने के लिए खेतों में विविध प्रकार के प्रयोगों के बारे में जानकारी मिल सके और इससे वह कम भूमि में अधिक से अधिक पैदावार कर सकेंगे। राज्यपाल ने विज्ञान संचार पर कहा कि कृषि वैज्ञानिकों को जमीन पर उतरने की जरूरत है। सुश्री आनंदी बेन ने दैनिक जागरण समूह के सीएमडी और पूर्णचंद्र गुप्त स्मारक ट्रस्ट और जागरण एजूकेशन फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ महेंद्र मोहन जी से चर्चा के दौरान जागरण समूह की पहल पर चलाए जा रहे शैक्षिक, कौशल विकास, पत्रकारिता, टीवी, रेडियो, विज्ञान संचार व न्यू मीडिया विषयक कार्यक्रमों के बारे में जानकारी हासिल की और आशा जताई कि कृषि पत्रकारिता के नवीन पाठ्यक्रम का लाभ प्रदेश ही नहीं देश विदेश के पत्रकारों व किसानों व उद्यमियों को मिल सकेगा।

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इस अवसर पर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, कृषि राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख एवं नीति आयोग के सदस्य डा. रमेशचन्द्र, जिम्सी के निदेशक प्रो. उपेन्द्र पाण्डेय, प्रोफेसर विजय कुमार यादव एवं धीरज शर्मा भी मौजूद रहे।

कृषि, कृषि एवं अनुसंधान मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने अपने संबोधन में कृषि पत्रकारिता के नये युग के शुभारंभ के अवसर पर कृषि विश्वविद्यालय व जागरण समूह के साझा प्रयासों की सराहना की और उम्मीद जाहिर की कि भावी कृषि पत्रकार नये युग का सूत्रपात करेंगे।

नीति आयोग के सदस्य डा. रमेशचन्द्र ने कहा कि जागरण समूह के इस इनिशिएटिव से न सिर्फ कृषि का संवर्द्धन होगा अपितु कृषि योजनाओं, वैज्ञानिक जानकारियों की आम किसान तक जानकारी सुलभ हो सकेगी। देश में पहली बार शुरू होने वाले इस पाठ्यक्रम को प्रदेश सरकार ने अपनी अनुमति प्रदान की है।