Sarpanchs Angry: बाजार में मिलती है 400 रूपए मजदूरी, सरकारी काम 200 रूपए में कौन करेगा

सरपंचों ने प्रदर्शन करते हुए सरकार से पूछा सवाल, सरपंच संघ ने 14 सूत्रीय मांगों के साथ सौंपा ज्ञापन

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Sarpanchs Angry: बाजार में मिलती है 400 रूपए मजदूरी, सरकारी काम 200 रूपए में कौन करेगा

छतरपुर: MP में खुली मजदूरी 400 रूपए हो गई है लेकिन आज भी मनरेगा में 204 रूपए दिए जाते हैं। सरपंचों का दुखड़ा यह है कि इतनी कम मजदूरी में पंचायत में कैसे कार्य होंगे। एक ओर मस्टर में हाजिरी भरने के बाद राशि जारी होने पर मजदूरों को राशि मिलती है तो वहीं दूसरी ओर निजी कार्याें में लगे मजदूरों को 400 रूपए तत्काल मिल जाते हैं।

 

सरपंच संघ ने अपनी 14 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन जिला प्रशासन के माध्यम से केन्द्रीय पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री को भेजी है। महेबा सरपंच शैलेन्द्र कौशिक ने बताया कि राष्ट्रीय सरपंच संघ सरपंच एकता कल्याण संघ के जिलाध्यक्ष सौंरा सरपंच भागीरथ पटेल के नेतृत्व में जिला मुख्यालय में सरपंचों ने प्रदर्शन करते हुए 14 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन केन्द्रीय मंत्री को भेजा गया है। कौशिक ने बताया कि पंचायत के पास न तो कोई फण्ड है और न ही प्रशासनिक सहयोग मिल रहा है।

 

●इन मांगों के लिए सरपंचों ने किया प्रदर्शन..

 

पंचायत राज एक्ट लागू करने, मोबाइल से ऑनलाइन हाजिरी बंद करने, पंचायत को वित्तीय अधिकार देने, नरेगा की मजदूरी और सामग्री का भुगतान ग्राम पंचायत को करने, खाद्यान्न पर्ची का अधिकार पंचायत को देने, प्रधानमंत्री आवास में छूटे हितग्राहियों के नाम जोडऩे, ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्य का लेयरवाई मूल्यांकन करने, गरीबी रेखा में नाम जोडऩे एवं नाम काटने, रोजगार सहायक को कार्यालय में पदस्थ करने, निर्माण कार्य का 70 प्रतिशत सामग्री एवं 30 प्रतिशत मजदूरी का अनुपात रखने, पंचायत के दोनों खातों की ओटीपी सरपंच के पास, सरपंचों की शिकायत का तुरंत निपटारा करने जैसे बिन्दु ज्ञापन में शामिल हैं।