Indore : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर प्रेस्टिज मैनेजमेंट एंड रिसर्च कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में 100 दिव्यांजनों को स्कूटी भेंट की।
इस दौरान उन्होंने कहा कि चलो दीप जलाएं वहां अभी भी अंधेरा है। प्रदेश के हर दिव्यांजन की सेवा हो जाए यही प्रयास किए जाएंगे। ये स्कूटी मात्र परिवहन का साधन नहीं, बल्कि आजीविका चलाने का साधन भी बन सकती है।
जिला प्रशासन की इस नवकरणीय पहल की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा सभी कलेक्टर्स को निर्देश है कि अगर कोई बेटा बेटी अनाथ है तो उनके लिए शिक्षा और रहने की व्यवस्था करें।
कार्यक्रम में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ड़ॉ वीरेंद्र कुमार, विधायक रमेश मेंदोला, महेंद्र सिंह हार्डिया, कमिश्नर डॉ. पवन कुमार शर्मा, आईजी हरिनारायणचारी और कलेक्टर इलैयाराजा टी उपस्थित रहे। स्वच्छता एम्बेसडर और दिव्यांग बुलबुल पांजरे का मुख्यमंत्री ने स्वागत किया।
बुलबुल पांजरे का मुख्यमंत्री ने यह कहते हुए पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया कि बेटी कैसे मेरा स्वागत करे मैं बिटिया का स्वागत करूंगा। कार्यक्रम के दौरान जानकी बाई रावत ने स्कूटी के अभाव में जीवन की असहाय स्थिति और फिर स्कूटी मिल जाने से जीविकोपार्जन में महत्वपूर्ण योगदान देने की व्यथा सुनाई।