मंदसौर से डॉ. घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट
मंदसौर। प्रदेश के अबतक 42 जिलों का प्रवास कर चुके राज्यपाल श्री मंगू भाई पटेल ने गुरुवार को मंदसौर के विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया और बच्चों, महिलाओं, ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों से सीधा संवाद कर दिल जीत लिया।
इतनी सरलता और सहजता से लोगों से मिले कि विश्वास ही नहीं हुआ कि वे प्रदेश के महामहिम राज्यपाल से बात कर रहे हैं।
प्रातः मंदसौर के प्रसिद्ध अष्टमुखी पशुपतिनाथ महादेव मंदिर एवं सहस्त्र शिवलिंग मंदिर में पूजन अर्चन आरती कर दशपुर कुंज व मार्ग पर एग्जाम वारियर्स स्टूडेंट्स की पेंटिंग कॉम्पिटिशन में पहुंचे।
नगर के कोई 700 स्कूली बच्चों द्वारा पेंटिंग की गई। सम्बोधित किया और बच्चों की पेंटिंग को देखा। जिला शिक्षा अधिकारी श्री सुदीप दास डॉ क्षितिज पुरोहित ने बताया गतिमान सेवा संस्था के माध्यम से कार्यक्रम है। विजेताओं को ट्रॉफी के साथ नक़द पुरस्कार भी दिये गए।
जिला अस्पताल में मरीजों से बात की हालचाल, चिकित्सा आदि की जानकारी ली।
सीएमएचओ डॉ अनिल नकुम, सिविल सर्जन डॉ डीके शर्मा ने राज्यपाल के साथ अस्पताल में रहे। सांसद श्री सुधीर गुप्ता, मंत्री श्री डंग वरिष्ठ विधायक श्री यशपालसिंह सिसौदिया साथ मौजूद रहे।
इसके बाद महामहिम राज्यपाल श्री मंगू भाई पटेल ने गुर्जरबर्डीया पहुंचकर गिर नस्ल प्रजनन प्रक्षेत्र का शुभारंभ किया। उन्होंने गाय की पूजा अर्चना कर आरती उतारी तथा गाय को गुड़ तथा दलिया खिलाया।
उन्होंने कहा कि गाय की पूजा करने से सभी देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त हो जाता है। खेती में रासायनिक खाद के प्रयोग करने से बहुत से जीव जंतु मर जाते हैं, लेकिन गाय के गोबर के साथ प्राकृतिक खेती करने से कोई भी जीव-जंतु नहीं मरता, बल्कि उससे प्राप्त फसल अधिक गुणकारी होती है। ऐसे फसल को खाने से व्यक्ति और मजबूत बनता है। इस दौरान राज्यपाल को गौशाला द्वारा तैयार सामग्री भेंट की गई।
इस मौके पर वित्त, वाणिज्यिक कर, योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग मंत्री श्री जगदीश देवड़ा, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा तथा पर्यावरण विभाग के मंत्री श्री हरदीप सिंह डंग, सांसद श्री सुधीर गुप्ता, जनपद पंचायत मंदसौर के अध्यक्ष श्री बसंत शर्मा, कलेक्टर श्री गौतम सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री अनुराग सुजानिया मौजूद थे।
मंदसौर जिले में पहला गिर नस्ल प्रजनन प्रक्षेत्र शुरू करके किसानों के लिए बहुत अच्छा कार्य किया है। इस नस्ल प्रजनन प्रक्षेत्र से किसानों का फायदा होगा। किसान गिर गाय के बारे में आसानी से जान सकेंगे। इस नस्ल प्रजनन प्रक्षेत्र से किसान शासकीय दर पर गिर नस्ल के केड़े ले सकेंगे, जिससे किसान भी पशुओं में नस्ल सुधार कर सकेंगे। नस्ल सुधार के पश्चात किसानों के घर दूध उत्पादन भी बढ़ेगा। जिससे उनकी आर्थिक उन्नति होगी। गिर नस्ल प्रजनन प्रक्षेत्र में गुजरात से 25 गिर गायों को उनके बच्चों सहित लाया गया है। यह जिले के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण बात है। गिर गाय ऐसी प्रजाति है, जो सभी मौसम में ढल जाती है।
ग्राम गुजरबर्डिया के आंगनवाड़ी केंद्र में बच्चों से आत्मीय संवाद कर राज्यपाल ने सबको प्रभावित किया। बच्चों से भविष्य के बारे में बात की।
स्वास्थ्य और शिक्षा पर महिलाओं ग्रामीणों को विशेष ध्यान का कहा। ग्राम चौपाल में किसानों से चर्चा की।
अपने दो दिन प्रवास के बाद राज्यपाल नीमच प्रस्थान कर गए।