Budget 2023 : इस बजट में बुजुर्गों को ब्याज में राहत मिलने का आसार!

SBI रिसर्च ने सरकार को छोटी बचत योजनाओं को बढ़ाने समेत कई सुझाव दिए!

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Budget 2023 : इस बजट में बुजुर्गों को ब्याज में राहत मिलने का आसार!

New Delhi : इस बजट में सीनियर सिटीजन को एक बड़ी सौगात मिलने के आसार हैं। विभिन्न बचत योजनाओं में सीनियर सिटीजंस को मिलने वाले इंटरेस्ट पर लगने वाले टैक्स की सीमा को एसबीआई रिसर्च (SBI Research) ने बढ़ाने का सुझाव दिया है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए बचत खातों, फिक्स्ड डिपॉजिट और रेकरिंग डिपॉजिट पर 50 हजार रुपए तक की ब्याज आय को वर्तमान में धारा 80TTB के तहत आयकर से छूट दी गई है। SBI रिसर्च ने अपनी हाल की रिपोर्ट में सुझाव दिया कि इस सीमा को बढ़ाना चाहिए।

एसबीआई के समूह मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ सौम्य कांति घोष ने कहा कि सेक्शन 80TTB के तहत वरिष्ठ नागरिक (बचत बैंक खाते, एफडी, रेकरिंग अकाउंट) द्वारा जमा राशि से 50 हज़ार तक की ब्याज आय को आयकर से छूट दी गई। इस सीमा को बढ़ाकर 75 हज़ार या 1 लाख किया जा सकता है, जिसकी राजकोषीय लागत अभी भी बहुत कम होगी।

 

क्या है धारा 80TTB?

इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80TTB 60 साल से ज्यादा बुजुर्ग नागरिकों को बैंक ब्याज पर टैक्स छूट लेने की सुविधा देता है। इसकी मदद से वे हर साल 50 हजार रुपए तक की ब्याज को अपनी आमदनी से बाहर कर सकते हैं। इस सेक्शन के तहत डिडक्शन में फिक्स्ड डिपॉजिट्स और रिकरिंग डिपॉजिट्स के ब्याज को भी शामिल कर सकते हैं।

SBI रिसर्च ने यह भी सुझाव दिया कि सरकार को छोटी बचत जमा को बढ़ावा देने के लिए सुकन्या समृद्धि योजना की सदस्यता के लिए अधिकतम आयु सीमा बढ़ाकर 12 वर्ष करनी चाहिए। इस रिपोर्ट में उम्मीद जताई है कि सरकार FY24 में राजकोषीय घाटे में सुधार के लिए छोटी बचत योजनाओं पर निर्भर रहना जारी रखेगी। SBI रिसर्च ने अनुमान लगाया है कि FY24 में वास्तविक GDP वृद्धि लगभग 6.2% होगी। एसबीआई के चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर ने कहा कि FY24 के लिए, वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि लगभग 6.2% होने की संभावना है। वित्त वर्ष 24 के बजट में सकल घरेलू उत्पाद 9.8% बढ़कर 300 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा।