Congress will know the reason for defeat at every booth:जीतने के लिए 6 हजार बूथों पर काम शुरू
भोपाल: विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही। कांग्रेस हर उस कमी पर फोकस कर रही है जो पिछले कुछ चुनावों में उसकी हार का कारण बनी। इसी क्रम में अब वह विधानसभा 2018 के चुनाव में हर हारने वाले बूथ पर हार का कारण जानने में जुट रही है। इसके साथ ही जीत के उपाय की भी तलाश इन बूथों पर कांग्रेस करेगी। इसके लिए बूथ मैनेजमेंट का कार्यक्रम पार्टी ने शुरू किया है।
प्रदेश कांग्रेस के बूथ मैनेजमेंट प्रकोष्ठ का गठन किया था। इस प्रकोष्ठ ने अब जिलों में भी अध्यक्ष नियुक्त करने का क्रम शुरू कर दिया है। इसके बाद जिले की कमेटी और फिर ब्लॉक अध्यक्ष और वहां पर कमेटी बनाई जाएगी। यह कमेटी हर बूथ पर चार-चार समन्वयक की नियुक्ति कर रही है।
प्रदेश के 40 जिलों में जिला अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी गई है। इन जिलों के करीब 6 हजार बूथों पर चार-चार समन्वयक को नियुक्त किया गया है। इसी तरह प्रदेश कांग्रेस के सभी संगठनात्मक जिलों में जिला प्रकोष्ठ कमेटियां बनाई जाएगी। हर बूथ के चारों समन्वयक बूथ पर कांग्रेस की हार का कारण जानेंगे। इसके लिए वे बूथ क्षेत्र में रहने वाले हर वर्ग और समाज के लोगों से चर्चा करेंगे और यह जानेंगे कि कांग्रेस संबंधित बूथ पर क्यों हारती रहती है। वहीं वे इन्हीं लोगों से यह भी पता करेंगे कि कांग्रेस को जीत के लिए क्या प्रयास करना चाहिए। इन सभी बूथों की रिपोर्ट प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्षों के जरिए प्रदेश कांग्रेस तक पहुंचेगी। बताया जाता है कि अगस्त तक इस प्रकोष्ठ को हारे हुए हर बूथ की रिपोर्ट पीसीसी चीफ तक पहुंचाना है। इसके बाद यहां से इस पर अमल करने की तैयारी शुरू की जाएगी।