Why Restrictions On DJ: यहां DJ बजाने पर है प्रतिबंध, 2 परिवारों पर 21-21 हजार का जुर्माना
रतलाम: शहरों की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों में उनकी अपनी परम्परा रीति रिवाज होते हैं और इन परम्पराओं और रीति रिवाज का उल्लंघन करने पर जुर्माना भरना पड़ता हैं।
हां हम बात कर रहे हैं रतलाम जिले के आदिवासी ग्राम इमलीपाड़ा की जहां शादी में डीजे बजाने पर हें पाबंदी।यदि ग्रामीणों ने शादी में डीजे बजाया तो अच्छा खासा आर्थिक दंड भुगतने के लिए तैयार रहना होगा।
मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के ग्राम इमलीपाड़ा की जहां पर शादी में डीजे बजाने पर ग्राम समिति ने गांव के 2 परिवारों पर 21-21 हजार का जुर्माना लगाया हैं।जुर्माने की यह राशि अब बच्चों की शिक्षा और गांव के विकास में खर्च की जाएगी।जिले के आदिवासी गांव इमलीपाड़ा में शादी में डीजे बजाने पर पाबंदी है।यह पाबंदी वर्ष 2019 से है और उल्लंघन करने पर 21 हजार जुर्माने का प्रावधान है।शादी सिर्फ ढोल,थाली,कुंडी और शहनाई पर ही की जा सकती हैं।
गांव के दो परिवारों के यहां शादी थी।इन परिवार में डीजे का इस्तेमाल किया गया।इस पर रविवार को ग्राम सभा की बैठक हुई और रंगजी पिता नानका गणावा एवं माला पिता भेरजी गणावा पर 21-21 हजार रुपए का जुर्माना किया गया।
यह राशि ग्राम कल्याण समिति में जमा कर ग्राम के बच्चों की शिक्षा हेतु,स्वास्थ्य हेतु एवं गांव के कल्याण हेतु खर्च की जाएगी। चार साल में यह पहला मौका हैं जब गांव में डीजे बजाने पर किसी परिवार पर जुर्माना हुआ हैं।सूत्र बताते हैं कि शादी वाले परिवार ने अभी तक जुर्माना नहीं भरा है।
*जानकारी मिलने पर ग्राम सभा रखी और जुर्माना लगाया*
डीजे के उपयोग पर पाबंदी के बावजूद इसका इस्तेमाल करने पर ग्राम सभा की बैठक रखी गई और इसमें 21-21 हजार रुपए का जुर्माना किया गया।
*इनकी मौजूदगी में हुआ फैसला*
ग्राम सभा में आकास के जिलाध्यक्ष आर सी भगोरा,जिला सचिव मानसिंह भगोरा,हल्का पटवारी अरुण रावत,पेसा एक्ट के अध्यक्ष आशा पटेल,सरपंच प्रतिनिधि गंगा सिंह भगोरा,बापू सिंह भगोरा,मोहन भगोरा,तेरसिंह राणा,हीरा लाल गणावा,रामचन्द्र राणा,कैलाश खराड़ी,दाखू भगोरा,मशरू कटारा,परतू कटारा,प्रभु भगोरा,राजपाल भगोरा,हरिंगा भूरिया,विजय भगोरा,हेरजी भूरिया,रंगू गणावा हड़िया भगोरा,मन्नालाल भूरिया,मोती गढ़वा,केलू भगोरा,प्रभु खराड़ी,विकास भगोरा उपस्थित रहे।
*इन कारणों से लगा डीजे पर प्रतिबंध*
आज से चार साल पहले की बात है इस गांव में होने वाले वैवाहिक समारोहों में डीजे का इस्तेमाल किया जाता था और शराब पीकर ग्रामीण डीजे पर नाचते थे।बड़ों के साथ कम उम्र के बच्चे भी इसमें शामिल रहते थे।गांव में तेजी से इसका चलन बढ़ रहा था।इसे देखते हुए गांव के लोगों ने ग्राम विकास समिति बनाई और सामूहिक रूप से पूरे गांव में डीजे पर पाबंदी लगा दी।
*क्या बजाने की हें इजाजत*
गांव में डीजे की जगह ढोल,थाली,कुंडी और शहनाई पर ही शादियां हो सकती हैं और उल्लंघन करने पर 21 हजार का जुर्माना किया जाता हैं।जुर्माना जमा नहीं कराने पर संबंधित परिवार के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज की जाती हैं।