Tragic Accident: ट्रक और ऑटो की टक्कर में 7 छात्रों की मौत

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Tragic Accident: ट्रक और ऑटो की टक्कर में 7 छात्रों की मौत

त्तीसगढ़ के कांकेर जिले में गुरुवार को एक भीषण सड़क हादसे में 7 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. इस हादसे में ऑटो और ट्रक में जोरदार भिड़ंत हो गई. टक्कर इतनी तेज थी की ऑटो सड़क से कुछ दूर जाकर पलट गई. ऑटो के परखच्चे उड़ गए, जिससे मौके पर ही 5 बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई. वहीं, गंभीर रूप से घायल बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

जहां दो बच्चों ने भी दम तोड़ दिया. इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संवेदना व्यक्त की है.

ये घटना कांकेर जिले के कोरार गांव के पास घटी है. जहां स्कूली छात्रों को ले जा रहे ऑटो को ट्रक ने टक्कर मार दी, जिसमें सात छात्रों की मौत हो गई, जबकि एक ऑटो चालक घायल हो गया. बताया जा रहा है कि घटना इतनी भयावह थी कि मौके पर मौजूद लोगों के भी होश उड़ गए. घटना के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और घायल बच्चों के लिए बेहतर इलाज के लिए अस्पताल में डॉक्टरों की स्पेशल टीम लगा दी गई है. लेकिन ऑटो और ट्रक की भिड़ंत में घायल 2 और बच्चों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है. हादसे के बाद कांकेर के जिला अस्पताल में घायल बच्चों में से 1 का इलाज अब भी जारी है.

घायल छात्रों को कोरार के अस्पताल में कराया एडमिट- IG

 

हादसे के बाद ट्रक ड्राइवर हुआ फरार

इस घटना में अब मृतक स्कूली बच्चों की संख्या 7 हो गई है. डॉक्टरों का कहना है कि ऑटो ड्राइवर की स्थिति भी नाजुक बताई जा रही है. हालांकि, आटो में कुल कितने बच्चे सवार थे इसकी जानकारी भी अब तक नहीं लग सकी है. वहीं, ट्रक ड्राइवर घटना के बाद से फरार हो गया है. सभी बच्चे एक प्राइवेट स्कूल के बताए जा रहे हैं.

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

जानकारी के मुताबिक, बच्चों को ऑटो ड्राइवर द्वारा कोर्राम से घोड़दा ले जाया जा रहा था. लेकिन बीच रास्ते में ही पहाड़ी मार्ग पर मोड़ में यह भयावह हादसा होने की बात कही जा रही है. इस घटना के बाद से मृतक परिजनों का अस्पताल में रो रोकर बुरा हाल हो गया है.

CM बघेल ने घटना पर जताया दुख

सीएम भूपेश बघेल ने इस घटना को लेकर ट्वीट किया है. जहां पर उन्होंने लिखा है कि कांकेर जिला के कोरर चिलहटी चौक पर ऑटो और ट्रक की टक्कर से दुर्घटना में 5 स्कूली बच्चों की आकस्मिक मौत का समाचार बेहद दुखद है, जिसमें 4 बच्चे गंभीर रूप से घायल हैं. फिलहाल, स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर मुमकिन मदद दी जा रही है.