CM कन्या विवाह योजना में वधू को घटिया सामग्री दी तो रुकेगा भुगतान

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CM कन्या विवाह योजना में वधू को घटिया सामग्री दी तो रुकेगा भुगतान

भोपाल: प्रदेश में हो रही विकास यात्रा के दौरान प्रदेश की भाजपा सरकार सभी पात्र दिव्यांगों को सीएसआर फंड से मोटराइज्ड ट्राईसाइकिल बांटेगी। वहीं सीएम कन्या विवाह और सीएम निकाह योजना में वधु को दी जाने वाली सामग्री घटिया निकली तो विक्रेता का भुगतान रोक दिया जाएगा।

आयुक्त सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण ई रमेश कुमार ने प्रदेश के सभी कलेक्टरों को इसके लिए विस्तृत निर्देश जारी किए है। कलेक्टरों को कहा गया है कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह और निकाह योजना की सामग्री वितरण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। मुख्यमंत्री कन्या विवाह संशोधित योजना के अनुसार सामग्री की गुणवत्ता सुनिश्चित करने एक समिति का गठन किया जाएगा। योजना में बांटी जा रही सामग्री की गुणवत्ता संबंधी संतुष्टि प्रमाणपत्र समिति प्रदान करेगी। इसके बाद ही विक्रेता को भुगतान किया जाएगा।

विकास यात्रा में सभी दिव्यांगजनों का शत प्रतिशत चिन्हांकन, बटेंगे कृत्रिम अंग, सहायक उपकरण-विकास यात्रा के दौरान दिव्यांगजनों के चिन्हांकन की कार्यवाही यात्रा से एक दो दिन पहले संबंधित निकाय, ग्राम पंचायत, नगरीय वार्ड के दिव्यांगजन को पूर्व सूचित कर विकास यात्रा वाले दिन शिविर में बुलाकर उनके आवेदन लिए जाएंगे। सामाजिक सुरक्षा विस्तार अधिकारी अपने निकाय की सभी यात्राओं में अनिवार्य रुप से उपस्थित रहेंगे। शिविर के दिन ही दिव्यांगों का असेसमेंट कर उन्हें दिये जाने वाले सहायक उपकरण हेतु पात्रता का निर्धारण कर लिया जाए इसके लिए शिविर में असेसमेंट हेतु टीम मौजूद रहे। किसी कारणवश शिविर वाले दिन दिव्यांगजनों का असेसमेंट नहीं हो पाए तो उन्हें नजदीकी निकाय के शिविर में बुलाकर असेसमेंट किया जाए अथ्ज्ञवा जिला मुख्यालय पर डीडीआरसी में बुलाकर असेसमेंट कर सहायक उपकरण प्रदाय करने चिन्हांकन किया जाए।

एल्मिको से संपर्क कर जिले में असेसमेंट शिविर का आयोजन कर दिव्यांगों का चिन्हांकन और सहायक उपकरण वितरण की कार्यवाही एल्मिको के माध्यम से कराया जाएगा। एलिम्को से उपकरण प्राप्त न हो तो जैम पोर्टल के जरिए क्रय निण्मों का पालन करते हुए खरीदी की जाए। चिन्हांकित दिव्यांगजनों को स्पर्श पोर्टल् पर दर्ज किया जाए। सभी चिन्हांकित दिव्यांगों को पात्रतानुसार दो माह में शिविर लगाकर सहायक उपकरण बांटे जाए।कॉक्लीयर इम्प्लांट हेतु स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से हितग्राहियों का चयन कर कॉक्लीयर इम्प्लांट करााया जाए। पूर्व में जिन्हें इम्प्लांट कराया गया है उनका फालोअप किया जाए। विकास यात्रा पूरी होंने तक दिव्यांग हितग्राहियों का चिन्हांकन हो जाए।

डेश बोर्ड से होगी मानीटरिंग=
जिन दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग, सहायक उपकरण प्रदाय करने चिन्हित किया गया है उनके डेटा स्पर्श पोर्टल पर अनिवार्य रुप से दर्ज कराए जाए। दिव्यांगजनों को उपकरण प्रदाय करने मांग पत्र भेजा जाए उसमें उनकी सूची भी हो। तीन वर्षो में प्रदाय उपकरण और कृत्रिम अंग की प्रविष्टि स्पर्श पोर्टल पर अनिवार्य रुप से दर्ज कराई जाएगी। विकास यात्रा में अथवा आगामी माहों में जिनका चिन्हांकन हुआ है और कृत्रिम अंग, उपकरण बांटे गए है उनकी जानकारी भी यहां दर्ज करना है। सभी कार्यो की समीक्षा प्रतिदिन डैशबोर्ड से होगीञ।