टेस्ट खेलने वाले 13वें भारतीय,चेतेश्वर पुजारा का BCCI ने किया सम्मान
नई देहली: भारतीय टीम के धाकड़ टेस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने दिग्गज राहुल द्रविड़ के रिटायरमेंट के बाद कभी भी टीम को उनकी खास कमी नहीं खलने दी। मध्यक्रम से जब द्रविड़ और लक्ष्मण जैसे खिलाड़ी गए तो टीम की नैया को पुजारा ने विराट कोहली के साथ मिलकर बखूबी संभाल लिया। 9 अक्टूबर 2010 को जब यह खिलाड़ी उतरा तो हर किसी को उम्मीद थी कि वह कोहली के साथ मिलकर टीम इंडिया को सालों तक आगे ले जाएंगे, और वह उम्मीदों पर खरे भी उतरे।
खास बात यह है कि उनका पहला टेस्ट भी ऑस्ट्रेलिया के ही खिलाफ था और आज 100वां टेस्ट भी वह उसी टीम के खिलाफ खेलने उतरे हैं। दिल्ली में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2023 के दूसरे टेस्ट मैच से पहले पुजारा का बीसीसीआई के द्वारा सम्मान किया गया। दिग्गज सुनील गावस्कर ने पुजारा को उनके 100वें टेस्ट की कैप सौंपी। इस मौके पर पुजारा का परिवार भी वहां मौजूद रहा। भारत के लिए यह उपलब्धि हासिल करने वाले वह 13वें खिलाड़ी भी बने। उनसे पहले 12 खिलाड़ी भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में 100वें मैच के माइलस्टोन तक पहुंचे थे।
इस मौके पर सुनील गावस्कर ने कहा कि, आपको यह उपलब्धि हासिल करने पर बहुत-बहुत शुभकामनाएं। इस क्लब में आपका स्वागत है। आप जब-जब मैदान पर जाते हैं भारत का तिरंगा अपने साथ ले जाते हैं। आप अपने शरीर पर चोटें झेलते हैं और देश के लिए हर कुछ करने को तैयार रहते हैं। वहीं पुजारा ने भी कहा कि, आपसे (गावस्कर से) यह कैप पाना मेरे लिए गौरव की बात है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं 100वें टेस्ट तक जा पाउंगा। मैं अपने परिवार में अपने पिता, पत्नी और सभी दर्शकों व बीसीसीआई का धन्यवाद अदा करना चाहूंगा। वहीं सभी क्रिकेट फैंस और हमारी टीम व सपोर्ट स्टाफ को भी इस शानदार सफर का साथी बनने के लिए धन्यवाद कहूंगा। इस मौके पर टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने भी पुजारा को गार्ड ऑफ ऑनर दिया।