प्रमोशन के बाद सब इंस्पेक्टर बने पिता तो कंधे पर IPS बेटे ने लगाए स्टार

2679
IPS

प्रमोशन के बाद सब इंस्पेक्टर बने पिता तो कंधे पर IPS बेटे ने लगाए स्टार

र पिता की ख्वाहिश होती है कि उसका बेटा उससे ज्यादा तरक्की करे. जब बेटा अपने पिता से ऊंचे ओहदे पर पहुंचता तो पिता का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है. जब बाप-बेटे की पोस्टिंग पुलिस डिपार्टमेंट में हो तो कई बार ऐसे मौके आते हैं कॉन्स्टेबल पिता अपने आईपीएस बेटे को सैल्यूट करता है.

मगर बीते दिनों एक ऐसा वाकया हुआ जिसे जानकर आप भी खुश हो जाएंगे.

लखनऊ : पिछले दिनों में यूपी पुलिस के सीबीसीआईडी में तैनात हेड कॉन्स्टेबल जनार्दन सिंह का प्रमोशन सब इंस्पेक्टर के पद पर हुआ. प्रमोशन हुआ तो कंधे पर लगे सितारे में बदल गए. जब वर्दी में नया स्टार लगाने की बारी आई तो जनार्दन सिंह ने अपने बेटे को इसके लिए चुना. आईपीएस अनूप सिंह उनके बेटे हैं और इन दिन एसपी टेक्निकल के पद पर लखनऊ में ही तैनात हैं. बेटे ने भी डिपार्टमेंट के सीनियर होने का फर्ज अदा किया और अपने पिता के कंधे पर स्टार लगाया. जब यह कहानी लोगों को पता चली तो बाप-बेटे की कहानी चर्चा में आ गई.

 IPSजनार्दन सिंह अपने बेटे आईपीएस जनार्दन सिंह के साथ.

अनूप सिंह 2014 बैच के आईपीएस अफसर हैं. जनार्दन सिंह लंबे संय से सीबीसीआईडी में ड्यूटी निभा रहे है. पुलिस डिपार्टमेंट की यह रवायत रही है कि जब किसी का प्रमोशन होता है तो उसके सीनियर स्टार लगाकर प्रमोशन का ऐलान करते हैं. जब जनार्दन सिंह का प्रमोशन हुआ तो उन्होंने अपने आईपीएस बेटे के हाथों स्टार लगवाने की इच्छा जताई. ऐसा पहली बार नहीं हुआ कि बाप-बेटे की यह जोड़ी चर्चा में आई है. 2018 में भी ऐसा मौका आया था, जब जनार्दन सिंह लखनऊ के विभूतिखंड थाने में तैनात थे. उसी समय उनके बेटे आईपीएस अनूप सिंह का तबादला उन्नाव से लखनऊ हो गया. अनूप को विभूतिखंड इलाके का अडिशनल एसपी बनाया गया. इसके बाद विभागीय ड्यूटी के दौरान ऐसे कई मौके आए, जब पिता जनार्दन सिंह ने अपने बेटे को बतौर सीनियर अफसर सैल्यूट किया. मगर अनूप सिंह घर में बेटे का फर्ज निभाना नहीं भूलते. वह अपने पिता का पैर छूकर ही ड्यूटी के लिए निकलते हैं.

 जनार्दन सिंह अपने परिवार के साथ.जनार्दन सिंह के दो बेटे और एक बेटी है. उनके बेटे अनूप सिंह ने बाराबंकी में प्रारंभिक शिक्षा हासिल की. इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से ग्रैजुएट होने के बाद अनूप जेएनयू के पोस्ट ग्रैजुएशन करने दिल्ली चले गए. जेआरएफ में सफलता मिली. 2014 में हिंदी माध्यम से यूपीएससी क्रैक किया और 119वीं रैंक हासिल कर आईपीएस बने. आईपीएस बनने के बाद वह उत्तरप्रदेश के कई जिलों में तैनात रहे. उनकी पहली पोस्टिंग उन्नाव में हुई. फिर वह लखनऊ में अडिशनल एसपी बने, जहां वह अपने पिता के बॉस बने. जनार्दन सिंह ने उनके मातहत विभूतिखंड थाने में काम किया. फिर सरकार ने उन्हें श्रावस्ती जिले का एसपी बनाया. कुछ दिनों तक पुलिस मुख्यालय में भी तैनाती मिली. इसके बाद कानपुर में बतौर डीसीपी तैनाती मिली. अब आईपीएस अनूप सिंह टेक्निकल सर्विस के एसपी हैं.

IAS Responsibilities : इस IAS के पास इतने पद कि नेम प्लेट छोटी पड़ी!