G20 : महिला एवं बाल विकास के मुद्दों पर ‘जी-20’ की बैठक इंदौर में जून में होगी!

प्रदेश की तीसरी बैठक 22 से 25 फरवरी तक खजुराहो में कल्चर वर्किंग ग्रुप पर!

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Indore : समूह ‘जी-20’ की अध्यक्षता कर रहे भारत की अगली बैठक अब इंदौर में जून में होगी। यह बैठक महिला एवं बाल विकास के मुद्दों पर केंद्रित होगी। दिसंबर से अभी तक 18 बैठकें अलग-अलग विषयों पर हो चुकी हैं। इंदौर में 13 से 15 फरवरी तक हुई बैठक के बाद एग्रीकल्चर वर्किंग ग्रुप की बैठक मार्च में चंडीगढ़ में होगी, वहीं प्रदेश की तीसरी बैठक 22 से 25 फरवरी तक खजुराहो में कल्चर वर्किंग ग्रुप पर होगी।

1 दिसंबर, 2022 को भारत ने जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण की थी। इस साल अक्टूबर-नवंबर में प्रस्तावित शिखर सम्मेलन से पहले देशभर में बड़े कार्यक्रम होना हैं। दिल्ली, चंडीगढ़, गुवाहाटी, लखनऊ, पुणे, इंदौर, सूरत समेत प्रमुख शहरों में जी-20 की बैठकें आयोजित की जा रही हैं। इनमें 20 सदस्य देशों से इतर संयुक्त राष्ट्र (UN), अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF), विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) जैसे प्रमुख वैश्विक संगठन हिस्सा ले रहे हैं। इसके अलावा सिंगापुर, स्पेन, बांग्लादेश समेत कुछ अन्य देशों को भी स्थायी न्योता भेजा जाता है। वे भी इन बैठकों में शिरकत कर रहे हैं। भारत की जी-20 अध्यक्षता की थीम ‘वसुधैव कुटुम्‍बुकम’ है।

भारत के लिए यह एक साल बेहद अहम है। वैश्विक मामलों में भारत नेतृत्व कर सकता है, यह साबित करने का मौका है। जी-20 इंडिया की ऑफिशियल वेबसाइट के अनुसार, दिसंबर 2022 से फरवरी 2023 के बीच 15 शहरों में इवेंट्स होना हैं। इन शहरों में बेंगलुरु, चंडीगढ़, चेन्नई, गुवाहाटी, इंदौर, जोधपुर, खजुराहो, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, पुणे, कच्छ का रण, सूरत, तिरुवनंतपुरम और उदयपुर शामिल हैं। इसी महीने खजुराहो के अलावा 21 और 22 को बेंगलुरु में मीटिंग होना है।

इस साल मिलेट ईयर घोषित

साल 2023 को वैश्विक संगठनों ने अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स ईयर घोषित किया है। इसी क्रम में भारतीय मिलेट्स (मोटे अनाज) को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने और प्रेरित करने के लिए इसी महीने एक मिलेट्स इंटरनेशनल रेसिपी की 189 पेज की सूची जारी की है। आईसीएआर (इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मिलेट्स रिसर्च), इंडियन फेडरेशन ऑफ क्यूलनरी एसोसिएशन, हैदराबाद और कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा इस बुकलेट को प्रकाशित किया गया है। इसमें टाइप ऑफ मिलेट, कॉमन नेम ऑफ मिलेट, अमेरिकन, अफ्रीकन, एशियन और यूरोपियन रेसिपी को भी शामिल किया गया है।