Miraculous Temple : इस मंदिर के सामने से कोई ट्रेन तेजी से नहीं गुजरती!
Shajapur (MP) : जिला मुख्यालय से करीब 30 Km दूर बोलाई गांव का हनुमान मंदिर अपनी विचित्र धारणा के लिए प्रसिद्ध है। यहां दूर-दूर से लोग अपनी मनोकामनाएं लेकर हनुमान जी के दर्शन करने और मनौती लेने आते हैं। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि सामने से जो भी ट्रेन निकलती है, उसकी स्पीड अपने आप कम हो जाती है।
ये मंदिर शाजापुर से 30 किलोमीटर दूर रतलाम-भोपाल रेलवे ट्रैक के बीच स्टेशन से थोड़ी दूरी पर स्थित है। मंदिर को खेड़ापति हनुमान मंदिर के नाम से जाना जाता है। भक्त इस मंदिर को काफी शुभ मानते हैं और उनका कहना है कि या आने वाले सभी भक्तों की मुराद पूरी होती है।
इस मंदिर में शनिवार, मंगलवार और बुधवार को सैकड़ों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। बोलाई के इस हनुमान जी के इस मंदिर के साथ कई चमत्कार जुड़े हैं। वैसे तो ट्रेन का ड्राइवर खुद गाड़ी की स्पीड कम कर देते हैं, पर यदि कोई ड्राइवर इस बात को नजरअंदाज करता है तो ट्रेन की स्पीड अपने आप कम हो जाती है।
लोगों ने बताया कि कुछ यहां के रेलवे ट्रैक पर दो मालगाड़ी टकरा गई थी। बाद में दोनों गाड़ियों के लोको पायलट ने बताया कि उन्हें घटना के कुछ देर पहले ही इस अनहोनी का अहसास भी हो गया था। यह मंदिर करीब 300 साल पुराना है। मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यह एकमात्र मंदिर है जहां हनुमान जी की प्रतिमा के साथ गणेश जी विराजमान है।
इस मंदिर का निर्माण 300 साल पहले देवी सिंह ने करवाया था। यहां 1959 में संत कमल नारायण त्यागी ने इस स्थान को अपनी तपोभूमि बनाया था। कहा जाता है कि 24 साल तक कड़ी तपस्या करके सिद्धि प्राप्त की थी। इन सब चीजों की वजह से दूर दराज से लोग हनुमान जी के दर्शन करने के लिए आते हैं। लोग तरह-तरह की मनोकामना मांगते हैं और मनोकामना पूर्ण होने के बाद वह लोग हनुमान जी के घर पर आकर माथा टेकते हैं।