Bhopal : मध्य प्रदेश राजस्व अधिकारी संघ ने कार्यवाहक डिप्टी कलेक्टर का पद स्वीकार करने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा नियमित पदोन्नति प्रदान को जाए। इसके विरोध में तहसीलदार व नायब तहसीलदार विकास यात्रा के बाद 3 दिन अवकाश में रहेंगे। राजस्व अधिकारी संघ के मुताबिक तहसीलदार व नायब तहसीलदार टेम्परेरी प्रमोशन नहीं चाहते। इसे लेकर मुख्यमंत्री और राजस्व मंत्री के नाम आवेदन सौंपा गया है। वे चाहते हैं कि उन्हें नियमित पदोन्नति दी जाए, या फिर GAD (सामान्य प्रशासन विभाग) ही आदेश निकाले।
मध्य प्रदेश राजस्व अधिकारी संघ ने यह मांग उठाई है। बुधवार को मुख्यमंत्री और राजस्व मंत्री के नाम आवेदन भी सौंपा गया। इसमें कहा गया कि संघ की प्रांतीय कार्यकारिणी ने यह निर्णय लिया है। जिसमें प्रभार स्वीकार न किए जाना शामिल हैं। हालांकि, संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि यदि कार्यवाहक डिप्टी कलेक्टर या तहसीलदार का प्रभार दिया भी जा रहा है तो आदेश जीएडी ही जारी करें, न कि रेवेन्यू विभाग। ऐसा होने पर ही वे प्रभार लेंगे। पूर्व में राजस्व निरीक्षकों को कार्यवाहक नायब तहसीलदार बनाया गया था। बाद में यह प्रभार ले लिया गया। यदि जीएडी आदेश निकालता है तो सीधे भोपाल स्तर से ही प्रक्रिया की जाएगी।
जारी हो सकती है लिस्ट
मध्यप्रदेश सरकार करीब 200 सीनियर तहसीलदारों को कार्यवाहक डिप्टी कलेक्टर बनाने जा रही है। ये तहसीलदार पिछले 7 साल से प्रमोशन का इंतजार कर रहे हैं। वर्ष 1999 से 2008 के बीच के तहसीलदार इस क्राइटेरिया में आ रहे हैं। जिनकी विभागीय जांच चल रही है, वे डिप्टी कलेक्टर नहीं बन पाएंगे। इधर, कुल 173 नायब तहसीलदारों को भी तहसीलदार का प्रभार दिए जाने की प्रोसेस चल रही है। 25 फरवरी के बाद लिस्ट भी जारी हो सकती है।