Action Against Builders In Indore:
Indore : बिल्डरों, दलालों और डायरीबाजों के खिलाफ कलेक्टर मनीष सिंह की मुहिम का व्यापक असर शहर के रियल एस्टेट (Real Estate) कारोबार पर हुआ। लंबे समय से बिल्डरों के दलाल लोगों को शिकार बनाकर धोखाधड़ी और अविश्वास का धंधा कर रहे थे।
वे बगैर किसी लीगल डॉक्यूमेंट (Legal Documents) के डायरी पर प्लॉट बेच रहे थे। इस पर कलेक्टर ने लगाम लगाई और 12 दलालों पर बांड ओवर और जेल भेजने जैसी सख्त कार्रवाई प्रशासन द्वारा की गई। इसका ये असर हुआ कि जिन दलालों ने बगैर लीगल एग्रीमेंट के डायरी पर प्लॉट बिकवाए थे, वे सभी अब ग्राहकों से लीगल एग्रीमेंट कर रहे हैं।
कलेक्टर ने बताया कि कार्यवाही के पीछे प्रशासन का मकसद रियल एस्टेट के क्षेत्र में आम नागरिकों से धोखाधड़ी करने वाले दलालों में भय पैदा करना है। इसलिए कि किसी नागरिक के साथ प्लॉट, मकान खरीदने के दौरान धोखाधड़ी न हो। साथ ही बिल्डर और कॉलोनाइजर द्वारा रेरा, टीएनसीपी, नगर निगम एवं पंचायत द्वारा जारी की जाने वाली अनुमति या एवं कॉलोनी लाइसेंस संबंधित सभी जानकारियां प्लॉट बेचते वक्त ग्राहकों को बताई जाए।
ब्राउज़र में बताई गई सभी सुविधाएं पूरी तरह तय समय में मिलनी चाहिए। एक प्लॉट को कई लोगों को बेचने की जैसी धोखाधड़ी नहीं होनी चाहिए। इस क्षेत्र में जो लोग धोखाधड़ी और सट्टेबाजी का व्यापार कर रहे हैं, उन्हें सख्त कार्रवाई के माध्यम से सबक भी सिखाना है। जो दलाल इस तरह की धोखाधड़ी कर चुके हैं उन्हें सुधारने का मौका भी देना है ,ताकि वह अपने ग्राहकों को प्लॉट और मकान के लीगल एग्रीमेंट कराके ही बेचें।
दिखाई देने लगा मुहिम का असर
कलेक्टर ने बताया कि मुहिम का असर यह हुआ है कि जिन लोगों ने पहले धोखाधड़ी और रुपए चुकाने के बावजूद प्लॉट नहीं देने जैसी शिकायतें की थी, उन्हें अब दलाल लीगल एग्रीमेंट (Legal Agreement) करके रजिस्ट्री करवा रहे हैं। ऐसे दलाल जिन्होंने एक ही प्लॉट अलग-अलग लोगों को बेच दिया है, वो पीड़ितों को प्लॉट और रुपए वापस कर रहे हैं। पिछले दिनों प्रवीण अजमेरा नामक दलाल पर कार्यवाही की गई थी, जिसके चलते अब पीड़ित परिवार को राशि वापस की गई है।
प्लॉट और रुपए लौटाने को तैयार
एडीएम राजेश राठौड़ ने बताया कि 10 पीड़ितों द्वारा संपर्क कर यह जानकारी दी गई है कि जिन दलालों ने उनसे प्लॉट दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी की और न प्लॉट दे रहे थे न रुपए! अब वे पीड़ितों को प्लॉट और रुपए लौटाने को तैयार हैं। सभी पीड़ितों को संबंधित SDM से संपर्क करने के लिए कहा गया वही उन्हें निर्देश दिए गए कि उचित निराकरण करके पीड़ितों को न्याय दिलाया जाए।