GRP में बनेगी डिटेक्टिव सेल, अपराधियों को पहचानने का करेगी काम

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भोपाल. रेल में यात्रा करने वाले या प्लेटफार्म और स्टेशन के आसपास गलत मंशा से घूमने वालों पर नजर रखने की तैयारी में प्रदेश की शासकीय रेल पुलिस (GRP) है। इसके लिए अब डिटेक्टिव सेल बनाई जाएगी। इसका ट्रायल भोपाल के साथ ही प्रदेश के दो अन्य जीआरपी थानों में किया जाएगा। यदि यह व्यवस्था सफल हुई तो प्रदेश के अन्य थानों में भी यह सेल काम करेगी।

दरअसल प्रदेश में भोपाल, उज्जैन और जबलपुर के जीआरपी थानों को आदर्श बनाया जा रहा है। यहां पर भवन बेहतर करने के साथ ही पर्याप्त बल, कम से कम समय में शिकायत दर्ज करने के साथ फरियादियों से फीडबैक लिया जाएगा। थानों में डिटेक्टिव और अभियोजन की इकाइयां भी स्थापित की जाएंगी। डिटेक्टिव इकाई का काम अपराधियों और अपराध की प्रवृति को पहचानना होगा। जो रेलवे स्टेशन से लेकर ट्रेन तक में घूमने वालों पर ना सिर्फ नजर रखेगा, बल्कि उनकी मंशा और साजिश भी जानने का प्रयास करेगा। डिटेक्टिव शाखा अपराधियों को पहचानने का काम करेगी। इसके लिए साइबर पुलिस की भी मदद ली जाएगी। अभियोजन इकाई के माध्यम से प्रकरण को मजबूत बनाया जाएगा, जिससे आरोपियों पर दोष सिद्ध करने में ज्यादा सफलता मिल सके और ज्यादा से ज्यादा आरोपियों को सजा दिलाई जा सके।

ऐसा होगा आदर्श थाना

तीनों थानों को आदर्श बनाने की शुरूआत हो चुकी है। इसमें लगभग एक वर्ष लगेगा। यहां पर शिकायत लेकर आने वालों के लिए अच्छी बैठक व्यवस्था, स्वीकृत बल के अनुसार पुलिस बल की पदस्थापना, हेल्प डेस्क बनाई जाएगी। थानों में पदस्थ बल को प्रशिक्षित किया जा रहा है। जनता को परेशानी न हो, इसलिए उनकी फरियाद तत्काल सुनी जाएगी। एफआइआर भी तुरंत कायम की जाएगी। चोरी के मामलों में सामान की ज्यादा से ज्यादा बरामदगी भी आदर्श थानों को करनी होगी। फरियादी से उसकी शिकायत पर कार्रवाई के संबंध में फीडबैक भी लिया जाएगा।