Bhopal : भाजपा विधानसभा चुनाव को लेकर कोई रिस्क लेना नहीं चाहती। यही कारण है कि चुनाव से 8 महीने पहले अपनी गलतियों सुधारने में लगी है। विधायकों को जनता से जुड़ने की सलाह देने और टिकट कटने की चेतावनी देने के बाद अब मंत्रियों को समझाइश दी गई। पार्टी संगठन ने मंत्रियों की क्लास लेकर उन्हें 8 पाइंट में हिदायत दी। कहा गया कि संगठन के कामों को प्राथमिकता दें और जिले के प्रभार वाले इलाकों में जाएं वहां के कार्यालय जाएं और संगठन के अध्यक्ष से जरूर मिलें।
इस बैठक में इस बात पर भी सहमति जताई गई कि मंत्रियों को उनके क्षेत्र के आसपास के जिलों प्रभारी बनाया जाए। अभी कई मंत्रियों के पास दो जिलों के प्रभार हैं, जो काफी दूर हैं। बताया गया कि होली के बाद मंत्रियों के प्रभार वाले जिलों में बदलाव किया जाएगा। निगम, मंडल और बोर्ड में जो खाली जगह हैं, उन्हें भरा जाएगा। मंत्रिमंडल पुनर्गठन पर भी चर्चा हुई कि विधानसभा सत्र के बाद ये कार्य किया जाएगा।
रविवार सुबह भाजपा कार्यालय में हुई इस बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे। बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा भी इसमें मौजूद रहे। मंत्रियों को संगठन की तरफ से स्पष्ट कहा गया कि यदि हम सरकार में हैं, तो संगठन और कार्यकर्ताओं की वजह से। आप मंत्री हैं तो संगठन के कामों को प्राथमिकता दें।
कहा गया कि पार्टी जो भी कार्यक्रम दे उसे गंभीरता से और समय से पूरा करें। हर हालत में कार्यकर्ताओं की नाराजी दूर करने की कोशिश करें। क्योंकि, कार्यकर्ताओं का संतुष्ट होना बहुत जरूरी है। जो मंत्री संगठन के कामों में गंभीरता नहीं दिखाएंगे, आगे होने वाले खामियाजे के वे खुद जिम्मेदार होंगे।
वे 8 पॉइंट जिन पर मंत्रियों को सलाह दी
– कोर कमेटी की बैठक में हर महीने उपलब्ध रहें।
– अपने प्रभार वाले जिलों में एक रात जरूर गुजारें।
– जिले के प्रमुख कार्यकर्ताओं के साथ कभी भोजन का आयोजन भी करें।
– जिले में प्रवास के दौरान जिला कार्यालय जाकर जिला पदाधिकारी, मंडल अध्यक्षों से चर्चा करें, इसके बाद सरकारी बैठकों में जाएं।
– जिले के 2-3 ऐसे कार्यकर्ताओं के मोबाइल नंबर ध्यान में रखें, ताकि जरुरत पड़ने पर वे आपसे सीधे बात कर सकें।
– जिले में होने वाली सरकारी नियुक्तियां जल्द से जल्द पूरी करें।
– सामाजिक संस्थाओं और किसी संगठन के कार्यक्रम में सहमति देने से पहले स्थानीय जिला अध्यक्ष से चर्चा करें।
– संगठन के कार्यक्रमों को प्राथमिकता से पूरा करें।
मंत्रियों ने दिया प्रभार के जिलों के प्रवास का रिपोर्ट कार्ड
बैठक के बाद मंत्रियों ने बताया कि काफी सार्थक चर्चा हुई। मंत्रियों ने अपने प्रभार के जिलों के प्रवास की जानकारी दी है। सभी मंत्रियों को प्रभार के जिलों में प्रवास बढ़ाने को कहा गया है। कई मंत्री ऐसे हैं, जिन्होंने अपने प्रभार के जिलों की दूरी ज्यादा होने की परेशानी बताई है। मंत्रियों के अनुरोध पर जल्द ही प्रभार के जिलों में बदलाव भी किया जाएगा।
निगम-मंडलों पर भी चर्चा
भाजपा कार्यालय में हुई बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को सम्मानजनक जगह पर स्थान देने पर भी चर्चा हुई। खाली पड़े निगम-मंडल, बोर्ड में नेताओं को अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्य नियुक्त करने पर भी चर्चा हुई। विधानसभा सत्र खत्म होते ही इसकी लिस्ट जारी हो सकती है।
मंत्रिमंडल विस्तार भी जल्द संभव
बैठक में हुई चर्चा के मुताबिक, विधानसभा के बजट सत्र के बाद कैबिनेट में भी फेरबदल किया जा सकता है। कई मंत्रियों के विभाग बदले जाएंगे। मालूम हो कि मंत्रिमंडल में चार पद खाली हैं। इन पर भी नियुक्तियां की जा सकती है। कुछ मंत्रियों के विभाग भी बदले जा सकते हैं। कुछ मंत्रियों को हटाया भी जा सकता है।