When Will Secrets Of Young Businessman’s Suicide Be Revealed: कब खुलेंगे युवा व्यवसाई की आत्महत्या के राज, कब गिरफ्तार होंगे दोषी
रतलाम से ब्यूरो चीफ रमेश सोनी की खास रिपोर्ट
Ratlam: मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के बड़ावदा में युवा किराना व्यापारी श्याम अजमेरा द्वारा अज्ञात कारणों से की गई आत्महत्या की गुत्थी सुलझने के बजाय उलझती जा रही है।
श्याम द्वारा 10 पेज का सुसाइड नोट छोड़ा गया था उसके बारे में पुलिस ने आत्महत्या के 10 दिन बीत जाने पर भी कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की है। हो सकता है यह उनकी जांच का एक तरीका हो लेकिन इसे लेकर लोगों में आक्रोश है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार एक आरोपी सुमित हिंगड़ पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की तो वह पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।बड़े से बड़े क्रिमिनल को पकड़ने में पुलिस को समय नहीं लगता और एक मामूली से व्यक्ति को पकड़ने में पुलिस के हाथ खाली रहना हजम नहीं होने जैसी बात है।
सवाल एक के बाद एक पनपते जा रहें हैं। नगर के रहवासियों में असंतोष उपजता जा रहा है। परिवार के लोग परेशान हैं। आखिर श्याम ने क्यों आत्महत्या जैसा कदम उठाया?
आज 11 दिन बीत जाने के बाद भी कुछ हाथ नहीं, नतीजा सिफर। आखिर श्याम ने उस 10 पेज के सुसाइड नोट में क्या लिखा, यह सब आज अंधेरे की काली कोठरी में दफन है। ऐसा कौन सा राजनीतिक अड़ंगा इस आत्महत्या के खुलासे में व्यवधान उत्पन्न कर रहा है।
कहा गया हिंगड़ जमीन निगल गई या आसमान खा गया। जुआ, सट्टा, ऑनलाइन गेम और कमोडिटी आखिर इस छोटे से नगर में क्यों पनप रहे हैं? क्या फिर एक और श्याम की तरह किसी को असमय मौत की आगोश में जाना पड़ेगा? या पुलिस इस मामले का खुलासा करते हुए ऐसे धंधों पर अंकुश लगाएगी।
बता दें कि कल इसी बात से असंतुष्ट मृतक के परिजनों, समाज के लोगों जिनमें माहेश्वरी समाज के प्रदेश पदाधिकारी पूर्व महापौर शैलेन्द्र डागा, व्यापारी एसोसिएशन के बाबूलाल राठी, गोविन्द काकानी और नगर के रहवासियों ने एसपी अभिषेक तिवारी को ज्ञापन सौंपा था।
एसपी ने मामले में निष्पक्ष जांच और सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। एसपी ने सायबर सेल गठित करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील पाटीदार को इस मामले के लिए जांच अधिकारी नियुक्त किया है, वे अब इस पूरे घटनाक्रम की जांच करेंगे। देखते हैं कब होता है मामले का खुलासा?