KISSA-A-IPS: तेज तर्राट ‘ज्योति’ जो ‘हरजोत’ की मोहब्बत में कैद हो गई
पंजाब की एक तेज तर्राट और सख्त IPS डॉ ज्योति यादव इन दिनों चर्चा में हैं। लेकिन, इस चर्चा का कारण उनका कोई उल्लेखनीय काम नहीं बल्कि बल्कि एक रिश्ता है, जो पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस से बंधने जा रहा है। वे इसी महीने बैंस की दुल्हन बनेंगी। संभवतः वे देश की पहली IPS अधिकारी हैं, जो किसी राजनेता से शादी कर रही हैं।
इससे पहले केरल कैडर की IAS अधिकारी दिव्या एस अय्यर ने अरूविक्कारा सीट से कांग्रेस विधायक केएस सबरीनाथन से शादी की थी।
डॉ ज्योति यादव के होने वाले पति हरजोत सिंह बैंस भी काफी पढ़े लिखे हैं। वे आनंदपुर साहिब से विधायक हैं। उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ में ग्रेजुएशन किया है और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से ह्यूमन राइट लॉ की डिग्री भी हासिल की है। बतौर वालंटियर उन्होंने ‘आप’ जॉइन किया था।
डॉ ज्योति यादव 2019 बैच की IPS अधिकारी हैं और अभी पंजाब के मानसा जिले के एसपी के पद पर तैनात हैं। पहले वे लुधियाना में एडिशनल सीपी भी रह चुकी हैं। उनका परिवार हरियाणा के गुरुग्राम में रहता है।
पंजाब कैडर की IPS अधिकारी ज्योति यादव पिछले साल उस समय चर्चा में आई, जब उनकी लुधियाना (दक्षिण) की ‘आप’ विधायक राजिंदरपाल कौर छीना के साथ उनकी सार्वजनिक बहस हो गई थी। छीना ने यादव पर उन्हें बताए बिना उनके विधानसभा क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाने का आरोप लगाया था। ज्योति यादव उस समय लुधियाना में सहायक पुलिस आयुक्त थी। उन्होंने लुधियाना दक्षिण के विधायक को बताया था कि उन्हें पुलिस आयुक्त द्वारा असामाजिक तत्वों के खिलाफ तलाशी अभियान चलाने का निर्देश दिया गया था। उन्हें तेज तर्राट पुलिस अधिकारी माना जाता है।
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ज्योति यादव ने शुरुआती पढ़ाई गुरुग्राम के ही शेरवुड पब्लिक स्कूल से की। 12वीं के बाद उन्होंने बीडीएस की पढ़ाई की और दांतों की डॉक्टर बन गई। लेकिन, उनका मन नहीं लगा। वे कुछ अलग करना चाहती थीं, इसलिए उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू की। 2019 की सिविल सर्विस परीक्षा में ज्योति यादव ने 437 वीं रैंक हासिल की और IPS बन गईं। काम में कड़क मिजाज मानी जाने वाली ज्योति मॉडर्न हैं, लेकिन नर्म दिल भी। इसके साथ ही वे संस्कारी भी हैं।
उन्हें एडवेंचर पसंद हैं, फोटोग्राफी भी उनका शौक हैं। सोशल मीडिया पर वे काफी एक्टिव रहती हैं और उनके अकाउंट में दिखने वाले नेचर और वाइल्ड लाइफ की कई तस्वीरें काफी आकर्षित करती हैं। ज्योति यादव सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव और पॉपुलर हैं। इंस्टाग्राम पर उनके 70 हजार से अधिक फॉलोअर्स हैं, जो उन्हें देश के प्रसिद्ध IPS अधिकारियों में से एक बनाते हैं। उन्हें घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यात्रा करने में गहरी दिलचस्पी है। इसके अलावा, उनकी पेंटिंग भी काफी अच्छी होती है और उन्हें पेंटिंग करना बहुत पसंद है ।
ज्योति यादव का जन्म 26 नवंबर 1987 को हरियाणा के गुरुग्राम में हुआ था। ज्योति के पिता राजेंद्र सिंह ट्रांसपोर्ट का बिजनेस करते हैं और मां सुशीला देवी घर का कामकाज संभालती हैं। उनका भाई भी IPS है। ज्योति यादव हरियाणा के एक छोटे से शहर से हैं और किसानों के परिवार से आती हैं। यूपीएससी में सफल होने पर ज्योति यादव ने अपनी सफलता का श्रेय मां को दिया था। उन्होंने ही उसे हमेशा पढ़ने के लिए प्रेरित किया। मां चाहती थी, कि मैं पढूं और आत्मनिर्भर बनूं। इसलिए मां हमेशा हौसला बढ़ाती। आज मैं जो कुछ भी हूं वह मेरी मां की बदौलत हूं। मेरी सफलता के पीछे मेरी मां की कड़ी मेहनत है। असल में अधिकारी मैं नहीं बल्कि मेरी मां बनी है। ज्योति के मुताबिक, वे साइंस बैकग्राउंड से थीं। लेकिन, करंट अफेयर, इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र आदि ऐसे विषय थे जिनसे दसवीं के बाद कभी मेरा वास्ता नहीं पड़ा। निबंध लिखना हो, नोट्स बनाना हो …मैंने ऐसा कभी नहीं किया था। लेकिन, मैंने कड़ी मेहनत की और सफल हुई।
उन्हें हमेशा सार्वजनिक सेवा में गहरी रुचि थी और 2019 में भारतीय पुलिस सेवा में शामिल हुईं। अपना प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, ज्योति यादव को पंजाब के संगरूर में सहायक पुलिस अधीक्षक (ASP) के रूप में नियुक्त किया गया। एएसपी के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अथक प्रयास किया। उन्होंने सामुदायिक पुलिसिंग और पुलिस और जनता के बीच की खाई को घटाने पर भी ध्यान केंद्रित किया। उनके प्रयासों को स्थानीय निवासियों और उनके वरिष्ठों द्वारा पहचाना और सराहा गया।
ज्योति यादव के समर्पण और कड़ी मेहनत ने उन्हें मनसा, पंजाब में पुलिस अधीक्षक (एसपी) के पद पर पदोन्नति दिलाई। वह अपने बेबाक रवैये और लोगों की सेवा करने की प्रतिबद्धता के लिए जानी जाती हैं। वह क्षेत्र में मादक पदार्थों की तस्करी और अन्य आपराधिक गतिविधियों पर नकेल कसने में सहायक रही है। ज्योति यादव की सफलता की कहानी कई युवा महिलाओं के लिए प्रेरणा है जो सिविल सेवाओं में शामिल होने और अपने देश की सेवा करने की इच्छा रखती हैं। उनका मानना है कि कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प और समर्पण के साथ, वे कुछ भी हासिल कर सकते हैं। यही कारण उनकी गिनती देश की सबसे एक्टिव महिला पुलिस अधिकारियों में होती है।