Not Interested In Being ‘In Charge’ : आरआई-तहसीलदारों की ‘प्रभारी’ बनने में रुचि नहीं!

जल्द नई पोस्टिंग ज्वाइन नहीं करने संबंधी पत्र देने पर विचार कर रहे! 

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Not Interested In Being ‘In Charge’ : आरआई-तहसीलदारों की ‘प्रभारी’ बनने में रुचि नहीं!

Indore : सरकार ने 25 मार्च को आरआई और तहसीलदार की प्रमोशन लिस्ट जारी की है। इसमें राजस्व निरीक्षक (RI) और को प्रभारी नायब तहसीलदार और तहसीलदार को प्रभारी डिप्टी कलेक्टर बनाया है। लेकिन, अब बात खुलकर सामने आ रही है कि आरआई और तहसीलदारों की रुचि ‘प्रभारी’ बनने में नहीं है। वे अपने मूल पद पर ी बने रहना चाहते हैं।

नाम उजागर न करने पर सूत्रों ने बताया कि आरआई और तहसीलदार सरकार द्वारा जारी आदेशों में उल्लिखित शर्तों का दबी जुबान में विरोध कर रहे हैं। वे खुलकर सामने नहीं आना चाहते, इसलिए जल्द ही नई पोस्टिंग ज्वाइन नहीं करने संबंधी पत्र देने पर विचार कर रहे हैं। सरकार द्वारा जारी प्रमोशन आदेश में वैसे तो कई शर्तें हैं। यह शर्त भी है कि पद का प्रभार दिए जाने का आदेश किसी भी समय बिना सूचना दिए निरस्त कर संबंधी को उसके मूल पद और विभाग में वापस भेजा जा सकता है।

आरआई और तहसीलदार इसका सबसे ज्यादा विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह तो उनके साथ शासन का सबसे बड़ा मजाक है। इससे तो शासन हमारा प्रमोशन कभी भी निरस्त कर सकता है और हमारी नौकरी पर संकट आ सकता है। इससे तो अच्छा है हम लोग अपनी वर्तमान पोस्ट और स्थान पर ही रहें।

प्रदेश में तहसीलदारों को कार्यवाहक डिप्टी कलेक्टर और नायब तहसीलदारों को तहसीलदार बनाने का मुद्दा फरवरी से ही गरमाया हुआ था। वे चाहते थे कि कार्यवाहक डिप्टी कलेक्टर और तहसीलदार को लेकर आदेश GAD (सामान्य प्रशासन विभाग) ही निकाले। इसलिए कि जिलों में उन्हें पदोन्नति उसी तहसील पर मिले, जो की गई है।

इससे प्रभार के संबंध में दुविधा या दुरुपयोग नहीं होगा और अफसरों के सम्मान को ठेस भी नहीं पहुंचेगी। इसी मांग को लेकर उन्होंने सांकेतिक रूप से हड़ताल भी की थी। आखिरकार उनकी यह मांग पूरी हुई और शनिवार की शाम को जीएडी ने आदेश निकाल दिए। इससे अफसरों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। लेकिन, अब स्थिति कुछ अलग नजर आ रही है।