मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में पहली बार हवाई जहाज से तीर्थ दर्शन कर सकेंगे बुजुर्ग

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मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में पहली बार हवाई जहाज से तीर्थ दर्शन कर सकेंगे बुजुर्ग

भोपाल: मध्यप्रदेश के निवासी साठ वर्ष से अधिक आयु के गरीब बुजुर्ग नागरिकों के लिए अच्छी खबर है। मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत प्रदेश सरकार अब इन बुजुर्गो को पहली बार शिरडी, प्रयागराज, मथुरा-वृंदावन और गंगासागर तीर्थस्थलों की हवाई यात्रा कराएगी। यह हवाई यात्रा बिलकुल मुफ्त होगी। मई महीने से शिवराज सरकार पहली बार प्रदेश के बुजुर्ग तीर्थ यात्रियों को हवाई यात्रा की सौगात देने जा रही है। एक बार में तीस तीर्थयात्रियों को एक साथ इस योजना का लाभ मिल सकेगा।

धनाभाव के कारण तीर्थ यात्रा पर न जा सकने वाले मध्यप्रदेश के बुजुर्गो को नि:शुल्क तीर्थ दर्शन कराने के लिए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जून 2012 में मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना शुरु की थी। इस योजना में मध्यप्रदेश के साठ वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति इसमें महिलाओं को दो वर्ष की छूट दी गई है जो आयकरदाता नहीं है उन्हें मध्यप्रदेश के बाहर स्थित विभिन्न तीर्थ स्थानों में से एक या दो स्थानों की यात्रा कराई जाती है।

मध्यप्रदेश के तीर्थयात्रियों को हवाईजहाज से तीर्थ यात्रा कराने के लिए प्रदेश सरकार ने पहले चरण में उन स्थानों का चुनाव किया है जिनके करीब पहले से ही हवाई जहांज से जाने और आने की सुविधा उपलब्ध है। पहले चरण में प्रदेश सरकार शिरडी, प्रयागराज, मथुरा-वृंदावन और गंगासागर जैसे तीर्थ स्थलों तक नि:शुल्क तीर्थ यात्रा की सुविधा राज्य सरकार उपलब्ध कराएगी। जो सामान्य फ्लाईट है उनके यात्रियों के साथ ही मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत चुने गए तीस-तीस तीर्थ यात्रियों को हवाई जहाज से तीर्थ यात्रा कराई जाएगी। हर जिले से एक समूह बनाया जाएगा और उन्हें एक साथ यात्रा कराई जाएगी। हर फ्लाईट में आईटारसीटीसी की ओर से एक चिकित्सक तथा राज्य सरकार की ओर से तहसीलदार, नायब तहसीलदार स्तर के अधिकारी को अनुरक्षक के रुप में इनके साथ भेजा जाएगा।

कलेक्टर करेंगे चयन-

मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत हवाई जहाज से तीर्थ यात्रा करने के लिए जिले के कलेक्टर के पास आवेदन करना होगा। निर्धारित संख्या से अधिक आवेदन आने पर कलेक्टर लाटरी से तीर्थयात्रियों का चयन करेंगे। गंभीर बीमारी न होंने, आयकरदाता न होंने और मध्यप्रदेश का मूल निवासी होंने जैसी सभी पात्रताएं पूरी करने वाले साठ वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गो को इस योजना का लाभ मिल सकेगा।

अभी तक केवल रेल और बसों से तीर्थ यात्रा-

अभी तक इस योजना के तहत तीर्थ यात्रियों को रेल और बस से तीर्थ दर्शन कराए जाते है। इस योजना के तहत तीर्थ यात्रियों को विशेष रेल से यात्रा, जहां बस की जरुरत हो वहां बस से यात्रा, तीर्थ स्थल पर रुकने की व्यवस्था, भोजन, नाश्ता, शुद्ध पेयजल की सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाती है। धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग इंडियन रेलवे केटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन की मदद से यह यात्रा कराती है। 65 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गो को और साठ प्रतिशत से अधिक दिव्यांग नागरिक को एक सहायक को साथ ले जाने की पात्रता रहती है।

इस योजना के अंतर्गत बुजुर्गो को रामेश्वरम, द्वारका, पुरी, काशी (वाराणसी), कामाख्या, अयोध्या,शिर्डी जैसे तीर्थ स्थलों की यात्रा कराई जाती है।