कई भाजपा नेता आना चाहते हैं कांग्रेस में कमलनाथ ने फिर किया दावा
संभागीय ब्यूरो चीफ चंद्रकांत अग्रवाल की खास रपट
सिवनी मालवा, नर्मदापुरम। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व पूर्व सीएम कमलनाथ शनिवार को नर्मदपुरम जिले के सिवनी मालवा पहुंचे। यहां पहले एक प्रेस वार्ता व फिर एक बड़ी जनसभा में पूर्व सीएम ने यह दावा किया कि भाजपा के कई नेता, कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण करना चाहते हैं। पूर्व सीएम ने कहा कि आज प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट है। भाजपा के राज में दाल में थोड़ा-बहुत काला नहीं बल्कि पूरी दाल ही काली है।
कमलनाथ ने सिवनी मालवा में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा, “भारतीय जनता पार्टी से कई नेता कांग्रेस में आने के इच्छुक हैं। जनपद अध्यक्ष, जिला पंचायत अध्यक्ष सदस्य मुझ से लगातार मिलकर अपनी चिंता व्यक्त करते हैं। आज प्रदेश के लगभग सभी वर्गों के शासकीय कर्मचारी हड़ताल पर हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हड़ताल पर, डॉक्टर हड़ताल पर, स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल पर, संविदा कर्मचारी हड़ताल पर, अतिथि शिक्षक हड़ताल पर, कुछ दिन पहले तक सम्मानित वकील गण भी हड़ताल पर थे।”
पूर्व सीएम ने कहा, “कल ही मुख्यमंत्री ने इस बात को स्वीकारा कि सीएम हेल्प लाइन में भ्रष्टाचार हो रहा है। लोगों को ब्लैकमेल किया जा रहा है। यदि सीएम हेल्पलाइन जैसी योजना का यह हाल है तो पूरे प्रदेश का क्या हाल होगा? आज प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट है। सुबह अखबार खोलिए कोई ना कोई अत्याचार, बलात्कार अथवा मर्डर की खबरें प्रतिदिन सामने आ रही हैं। यह आज प्रदेश की कानून व्यवस्था की तस्वीर है।”
कमलनाथ ने कहा, “प्रदेश में कृषि क्षेत्र का हाल बुरा है। खासतौर पर हमारा नर्मदापुरम जो कि कृषि क्षेत्र की राजधानी है, आज यहां किसान खाद-बीज और बिजली के लिए परेशान हैं। नर्मदापुरम में चारों विधायक भाजपा के हैं, सांसद भाजपा के हैं, नगरीय निकायों में भाजपा का कब्जा है, फिर भी आज विकास के मामले में नर्मदापुरम पिछड़ता जा रहा है।”
पूर्व सीएम ने सिंधिया पर निशाना साधते हुए कहा कि आज प्रदेश की जनता और समाज का हर वर्ग अपने भविष्य को लेकर चिंतित है। सच्चे कांग्रेसी जनता की आशाओं और अपेक्षाओं के खिलाफ नहीं जा सकते। इसीलिए पिछली बार की भांति इस बार कोई गद्दारी होने की संभावना नहीं है। टिकट बंटवारे के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि इस बार टिकट वितरण में किसी की रिकमेंडेशन और दबाव बिल्कुल नहीं चलेगा। AICC स्थानीय स्तर पर सर्वे करा रही है, स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं से चर्चा करके ही टिकट वितरण किया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा, “हमारा मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के संगठन से है। पिछले कुछ वर्षों में हमने अपने संगठन को मजबूती देने की दिशा में कार्य किया है। संगठन में एकजुटता की कमी के कारण नर्मदापुरम में हमें अब तक नुकसान हुआ। परंतु इस बार ऐसा नहीं होगा। पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ शनिवार को सुबह करीब 10 बजे सिवनी मालवा पहुंचे। यहां उन्होंने जयस्तंभ चौक पर आमसभा को संबोधित किया। भगवान परशुराम की जय से कमलनाथ ने अपने भाषण की शुरुआत की। इससे पूर्व कमलनाथ सुबह करीब 10 बजे शासकीय कुसुम महाविद्यालय के हेलीपेड पर पहुंचे। यहां से रामजानकी, राधाकृष्ण मंदिर पहुंचे। उन्होंने भगवान परशुराम का पूजन अर्चन किया। इसके बाद उन्होंने सेक्टर एवं मंडलम की बैठक ली।
सिवनी मालवा में जब कमलनाथ को दादा संग याद आए अपनी जवानी के दिन
कमलनाथ ने कहा कि यह नर्मदा मैया का नगर है। यहां 45 साल पहले मैं पहली बार दादा हजारी लाल रघुवंशी के साथ उनके निवास पर आया था। सिवनी मालवा और हजारीलाल रघुवंशी की यहां जोड़ी हुआ करती थी। यहां आकर मुझे अपनी जवानी याद आती है। हजारीलाल जी हमारी कांग्रेस सरकार में गृह मंत्री थे। तब चुनाव चल रहे थे। मैं जब भी छिंदवाड़ा आता वे मुझसे मिलने आ जाते थे। दिसंबर 2018 में कांग्रेस की सरकार बनी, उससे पहले 15 साल तक भाजपा का शासन था।
प्रदेश सरकार पर लगाए आरोप
कमलनाथ ने आरोप लगाया कि शिवराज जी ने मुझे ऐसा प्रदेश सौंपा जो किसानों की आत्महत्या में नंबर 1, बेरोजगारी में नंबर 1, हमारी माताओं बहनों पर अत्याचार में नंबर 1, कौन सी ऐसी चुनौती थी जो मेरे सामने नहीं थी। मैंने एक शुरुआत की। किसानों के साथ न्याय हो, कर्जा माफ किया। बिजली का बिल माफ किया, पर मुझे इस बात का दुःख है कि जो खुशी हम किसानों को देना चाहते थे, वो शिवराज जी ने छीन ली।
कार्यकर्ताओं ने जताया विरोध
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के सिवनी मालवा पहुंचने पर पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने ढोल ढमाके के साथ उनका स्वागत किया। भारी भीड़ के चलते पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। जनसभा के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भारी गुटबाजी भी दिखी। मंच से ही जिलाध्यक्ष कांग्रेस नेताओं को बोलते दिखे कि अपने समर्थकों को चुप कराओ। तख्तियां दिखाना बंद करो,नहीं तो नंबर कट जायेंगे। मंच पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष दादा हजारी लाल रघुवंशी की फोटो नहीं होने पर भी कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया। जबकि कमलनाथ ने अपने भाषण में दादा हजारीलाल रघुवंशी का 4 बार जिक्र ही नहीं किया बल्कि उनकी काफी प्रशंसा करते हुए उनकी अपने प्रति आत्मीयता का जिक्र भी किया। वहीं पहला भाषण जिला पंचायत अध्यक्ष कहकर बुलाए गए सुधीर पटेल ने दिया।
पूर्व सांसद रामेश्वर नीखरा के भाषण के दौरान दादा हजारी लाल रघुवंशी की स्मृति में नारे लगे तो पता चला कि कई कांग्रेसी मंच पर दादा की कोई तस्वीर न होने से नाराज़ हैं। तब श्री नीखरा ने कहा कि दादा तो हम सबके दिलों में रहते हैं,मंच की फोटो से कोई फर्क नहीं पड़ता।
जनसभा के मंच पर, जिला कांग्रेस प्रभारी व तेंदूखेड़ा विधायक संजय शर्मा,पूर्व सांसद रामेश्वर नीखरा, पूर्व गृह उपमंत्री विजय दुबे, पूर्व विधायक ओम रघुवंशी, पूर्व विधायक श्रीमती सविता दीवान शर्मा, जिला कांग्रेस अध्यक्ष पुष्पराज सिंह पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष कहकर बुलाए गए सुधीर पटेल, पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष सत्येंद्र फौजदार, चंद्रगोपाल मलैया सहित कई स्थानीय नेता मौजूद थे।
जनसभा में एक जिला पंचायत सदस्य गीता जी,अपने 200 समर्थकों के साथ व एक जनपद सदस्य भी भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए। कमलनाथ ने सभी का माला, दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया।