Trouble With Amarnath Yatris : अमरनाथ यात्रियों के मेडिकल सर्टिफिकेट के कारण दूसरे मरीज परेशान!
Indore : पीसी सेठी अस्पताल की ओपीडी में आजकल लोगों की भारी भीड़ लग रही है। पर, ये सभी मरीज नहीं है। बल्कि, यहां अमरनाथ यात्रा में जाने वाले यात्रियों के मेडिकल सर्टिफिकेट बनाए जा रहे है। उनकी भीड़ के कारण गर्भवती महिलाओं को घंटों लाइन में लगना पड़ रहा है। यहां ओपीडी सुबह 6 बजे शुरू होती है और सुबह से लोग पर्ची बनवाने पहुंच जाते हैं। कई बार तो दोपहर तक लाइन में लगने के बाद ओपीडी बंद हो जाती है, लेकिन नंबर नहीं आता है।
जानकारी अनुसार 1 जुलाई से अमरनाथ यात्रा शुरू रही है। इसमें शहर से भी सैकड़ों लोग जा रहे हैं। ऐसे में इन्हें मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने पीसी सेठी अस्पताल आना पड़ रहा है। इस कारण यहां प्रतिदिन पहुंचने वालों की संख्या 400 से ऊपर पहुंच गई। यहां लोगों की ब्लड, हिमोग्लोबिन आदि की जांच की जा रही है। वहीं 45 साल से अधिक उम्र वालों की ईसीजी की जांच की जा रही है। लेकिन ओपीडी में यहां इलाज के लिए आने वाले मरीजों के साथ ही अमरनाथ यात्रियों की भी लाइन लगी है। इसके कारण गर्भवती महिलाओं और बच्चों को सबसे ज्यादा परेशानी आ रही है।
राऊ से आए एक व्यक्ति ने बताया कि मैं सुबह 6 बजे से अपनी गर्भवती पत्नी को यहां लेकर आया हूं। लेकिन, इसके बाद भी 12 बजे तक उपचार नहीं मिल पाया। वह कई घंटों तक लाइन में खड़ी रही। इसके अलावा यहां लेबर पैन वाली महिलाएं भी मजबूरी में खड़ी रहती है। लेकिन, जिम्मेदार ध्यान नहीं देते हैं। कई महिलाएं अपने छोटे-छोटे बच्चों को गोद में लेकर भी खड़ी रहती है। ऐसे में यदि किसी भी महिलाओं को कोई बड़ी परेशानी हो गई तो जिम्मेदारी कौन लेगा। महिलाओं को चार-चार घंटे लाइन में लगना पड़ रहा है।
गलत सील के कारण परेशानी
अमरनाथ के यात्रियों के मेडिकल सर्टिफिकेट पर डॉ एसके वर्मा और डॉ अनिल घनघोरिया की साइन और सील लग रही है। वर्मा कुछ समय पहले ही पीसी सेठी अस्पताल में पदस्थ हुए हैं। इसलिए वह अपने नाम के साथ पीसी सेठी अस्पताल की सील लगाकर यात्रियों को मेडिकल सर्टिफिकेट दे रहे थे। लेकिन, जब यात्री बैंक में गए तो वहां इस सर्टिफिकेट को मान्य नहीं किया। क्योंकि, डॉ वर्मा का नाम आनलाइन एंट्री में अभी भी जिला अस्पताल में पदस्थ है।
इस कारण यात्रियों को वापस से मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने के लिए आना पड़ा। शहर में पीसी सेठी अस्पताल के अलावा जिला अस्पताल और हुकुमचंद अस्पताल में यात्रियों के मेडिकल सर्टिफिकेट बनाए जा रहे हैं। हजारों की संख्या में जाने वाले यात्रियों के लिए सिर्फ पांच डॉक्टरों को ही जिम्मेदारी मिली है।
परेशानी जल्द दूर होगी
चिकित्सा अधिकारी डॉ एसके वर्मा ने बताया कि अमरनाथ यात्रा अधिक संख्या में मेडिकल सर्टिफिकेट के लिए आ रहे हैं। अधिकांश लोग पीसी सेठी अस्पताल आ रहे हैं। शासन की ओर से पांच डॉक्टरों के नाम इंदौर के लिए दिए है। इसके कारण भीड़ काफी हो जाती है। कई बार अनियंत्रित भीड़ हो जाती है। 350 लोगों के मेडिकल सर्टिफिकेट बनाए जा चुके है, लेकिन बैंक से रिजेक्ट कर दिए। कहा जा रहा है कि आपकी पीसी सेठी की सील है और आपका नाम जिला चिकित्सालय में हैं। कहीं भी पोस्टेड हैं, लेकिन डॉक्टरों के नाम की सील मान्य करनी चाहिए। यदि मेडिकल कॉलेज, बीएमओ, आदि को भी प्रभारी बनाते हैं तो आसानी से मेडिकल सर्टिफिकेट बन जाएंगे।