Guddu Bombaz Absconding Again : गुड्डू मुस्लिम की लोकेशन छत्तीसगढ़ में मिली, STF के पहुंचने से पहले फरार!
Raipur (Chhattisgarh) अतीक अहमद के खास गुर्गे और उमेश पाल हत्याकांड के फरार आरोपी गुड्डू मुस्लिम उर्फ गुड्डू बमबाज की लोकेशन छत्तीसगढ़ में मिली है। लेकिन, यूपी एसटीएफ के ठिकाने पर पहुंचने से पहले ही गुड्डू मुस्लिम भाग गया। एसटीएफ को बरगढ़ जिले के भठली इलाक़े में उसके छुपे होने की सूचना मिली थी। एसटीएफ की टीम ने यहां दबिश दी। लेकिन, गुड्डू पहले ही फरार हो गया।
इसके बाद पुलिस ने संबंधित ठिकानों पर भी रेड मारी और कई लोगों से पूछताछ की। एसटीएफ को आशंका है कि गुड्डू मुस्लिम छत्तीसगढ़ में ही कहीं होगा। बरगढ़ रेंज के IG दीपक कुमार ने इस बात की पुष्टि भी की है।
पांच लाख के इनामी वांटेड गुड्डू मुस्लिम की दो दिन पहले उड़ीसा के पुरी में लोकेशन मिली थी। वहां एक टीम को पुरी के लिए रवाना किया गया है। गुड्डू मुस्लिम लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। इससे पहले उसकी लोकेशन महाराष्ट्र के नासिक में मिली थी। पुलिस का कहना है कि गुड्डू बेहद शातिर है। वह कई घटनाओं में कई बार फरार रह चुका है। वह मोबाइल फोन का बिल्कुल भी प्रयोग नहीं कर रहा। उसका किसी के पास फोटो भी नहीं है। पुलिस उसे जिस फोटो आधार पर ढूंढ रही है, वो भी उमेश पाल हत्याकांड के समय एक सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुआ था।
फरारी में कई ठिकाने बदले
बताते हैं कि 6 मार्च को गुड्डू, अतीक के एक रिश्तेदार अखलाक के घर मेरठ पहुंचा था। वो यहां पर 17 घंटे रहा और अखलाक से एक लाख रुपए लेकर वहां से निकल गया। बाद में उसकी लोकेशन अजमेर में मिली थी। इसके बाद उसने झांसी में सतीश पांडेय के घर को अपना ठिकाना बनाया। यहां से निकलकर वह सीधा नासिक चला गया। बाद में पता चला कि वह उड़ीसा के पुरी इलाके में है। इस सूचना पर पुलिस की एक टीम पुरी के लिए रवाना। अब ताजा जानकारी के मुताबिक, उसके छत्तीसगढ़ जानकारी मिली है।
अतीक का पुराना बमबाज शागिर्द
गुड्डू मुस्लिम का घर अतीक के घर के पास ही है। वह बचपन से ही बम बनाने का एक्सपर्ट था। धीरे धीरे वह इतना माहिर हो गया था कि चलते-चलते बम बना देता था। उसे असलहों से ज्यादा बम पर विश्वास था। इसलिए जब उमेश की हत्या के लिए असद सबको स्वचालित असलहे दे रहा था, तो गुड्डू ने बम से भरा झोला पसंद किया। उसने बम से ही तहलका मचाया था। सिपाही राघवेंद्र को उसने पीछे से बम मारा था, जो सिपाही की मौत का कारण बना।