Metro Project : मेट्रो रेल के काम में तेजी, रोबोट से बंगाली चौराहा और रीगल तक के टेंडर!

ट्रायल रन के लिए सुपर कॉरिडोर से रोबोट चौराहे तक के काम को प्राथमिकता!

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Metro Project : मेट्रो रेल के काम में तेजी, रोबोट से बंगाली चौराहा और रीगल तक के टेंडर!

Indore : शहर में चल रहे मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के तहत 5.9 किलोमीटर के हिस्से में ट्रायल रन की तैयारियां शुरू हो गई। मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने घनी बसाहट वाले रोबोट चौराहा से रीगल चौराहे तक के टेंडर जारी कर दिए। टेंडर फाइनल होते ही काम शुरू हो जाएगा।

कनाड़िया रोड पर प्रस्तावित मेट्रो के रूट को लेकर मेट्रो के अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यहां कोई तोड़फोड़ नहीं होगी। मेट्रो कॉरपोरेशन ने सड़क की चौड़ाई को लेकर सरकार को कोई प्रस्ताव ही नहीं भेजा है। मेट्रो ट्रेन चलाने के लिए 9 से 12 मीटर की जगह ही चाहिए, जो अभी है और वो पर्याप्त है। एमजी रोड पर मेट्रो का अंडरग्राउंड रूट फाइनल हो गया है।
टीआई मॉल के बाद से मेट्रो अंडरग्राउंड होगी। इसके अलाइनमेंट में मामूली बदलाव किया गया है। इसीलिए बदले रूट की सॉइल टेस्टिंग, जियो टेक्निकल सर्वे आदि शुरू किया जाएगा। इसके लिए दो-तीन दिन में सर्वे शुरू होगा। सुपर कॉरिडोर से रोबोट चौराहे तक का काम प्राथमिकता से किया जा रहा है। इसी के साथ आगे के रूट पर काम शुरू किया है। रोबोट चौराहे से टीआई मॉल तक का अलाइनमेंट नहीं बदला है। इसलिए वहां दोबारा जियो टेक्निकल सर्वे की जरूरत नहीं है, लेकिन रीगल के बाद से रूट में बदलाव है, इसलिए यहां फिर से सर्वे करवा रहे हैं।

तीन से चार महीने में काम शुरू
कनाड़िया रोड से आगे बढ़ने वाली मेट्रो के सिविल वर्क की टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। समानांतर रूप से अंडरग्राउंड रूट के लिए सभी की सहमति मिलने के बाद आगे की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।

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माना जा रहा है कि इसमें कम से कम तीन से चार महीने का समय लगना तय है। प्लानिंग फाइनल होते ही वैल्यूएशन होगा। मौजूदा अलाइनमेंट से कितनी बिल्डिंग्स या इलाके प्रभावित हो रहे हैं, उस पर भी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की टीम ने काम शुरू कर दिया है।

सड़क चौड़ी करने की जरूरत नहीं
मेट्रो कॉरपोरेशन के अधिकारी अजय शर्मा ने कहा कि कनाड़िया रोड की चौड़ाई वाला कोई विषय हमारे सामने आया ही नहीं है। हमारी प्लानिंग में 140 फीट चौड़ी सड़क का कोई प्रश्न नहीं है। हमने ऐसी कोई मांग नहीं की है। जिन इलाकों में पहले ही सड़क का चौड़ीकरण हो चुका है तो वहां दोबारा ऐसी मांग करना संभव नहीं है। हमें 9 मीटर की जगह पर्याप्त है। सर्वे के समय ही हम देख लेते हैं कि यह रूट हमारे प्रोजेक्ट के लिए कितना उपयुक्त है।