वेंडरों के माध्यम से वेतन, मानदेय पाने वाले कर्मचारियों के लिए बनेगा नॉन रेग्युलर एम्प्लाई कोड
भोपााल. प्रदेश में ऐसे कर्मचारी जिनका मानदेय अथवा वेतन वेंडरों के माध्यम से दिया जाता है उनके लिए वित्त विभाग ने नॉन रेग्युलर यूनिक एम्प्लाई कोड तैयार करने के निर्देश दिए हैं। वित्त विभाग ने ऐसे कर्मचारियों की श्रेणी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, कोटवार, होमगार्ड जैसे कर्मचारियों को शामिल किया है। प्रदेश में ऐसे कर्मचारियों की संख्या ढाई लाख से अधिक है।
कोषालय द्वारा नॉन रेग्युलर यूनिक कोड निर्मित किए जाने के संबंध में कहा गया है कि शासकीय एवं अशासकीय संविदा कर्मचारी भी इसके दायरे में आएंगे। ऐसे कर्मचारी की कैटेगरी में मानदेय, मानसेवी के साथ अनुदान प्राप्त कर्मचारियों को भी शामिल किया गया है।
विभाग द्वारा तय व्यवस्था के अनुसार नियमित वेतन प्राप्त कर रहे शासकीय सेवकों का एम्पलाई कोड रेग्युलर कैटेगरी में एवं मजदूरी व संविदा वेतन प्राप्त कर रहे शासकीय सेवकों के एम्प्लाई कोड नॉन रेग्युलर कैटेगरी में बनाए जाने की सुविधा सर्विस मैटर मॉड्यूल अंतर्गत एम्प्लाई मास्टर प्रोसेस में दी गई है।
नॉन रेग्युलर यूनिक एम्प्लाई में ऐसे कर्मचारी भी शामिल माने जाएंगे जिन्हे वेतन अतरिक्त अन्य मद से मानदेय अथवा वेतन आदि कैटेगरी में वेंडर मानकर किया जा रहा है।