न्यू जॉइनिंग कमेटी के एक्शन के पहले पार्टी छोड़ने वालों ने बढ़ाई BJP की चिंता
भोपाल: संगठन के फैसलों के खिलाफ बगावत करने वाले निष्कासित नेताओं की घर वापसी के लिए न्यू जॉइनिंग कमेटी के एक्शन प्लान पर अमल से पहले पार्टी छोड़ने वाले नेताओं के नाम सामने आने से बीजेपी में चिंता बढ़ी है। पांच सालों में बीजेपी से हजारों छोटे बड़े कार्यकर्ताओं को निष्कासित किया गया था और अब चुनाव के समय पार्टी लाइन वाले नेताओं को वापस लिए जाने की तैयारी थी। इस बीच पूर्व मंत्री दीपक जोशी के फैसले ने संगठन को चौकन्ना कर दिया है। अब ऐसे नेताओं की तलाश की जा रही है जो पूर्व विधायक, सांसद या अन्य जनप्रतिनिधि के तौर पर काम कर चुके हैं और पार्टी छोड़ने के लिए कांग्रेस और अन्य दलों के सम्पर्क में हैं।
भाजपा की पिछले सप्ताह हुई प्रदेश स्तरीय बैठक में यह तय हुआ था कि रूठों को मनाने के साथ पार्टी निष्कासित नेताओं की घर वापसी भी करेगी। इसके लिए चार मई से न्यू जॉइनिंग कमेटी के जरिये अभियान चलेगा। इसके लिए प्रदेश स्तर के साथ जिला और मंडल स्तर पर टीमों का गठन किया जा रहा है। इसके लिए ऐसे लोगों को चिन्हित करने को कहा गया है जो पार्टी से बाहर हैं और पार्टी लाइन पर काम कर रहे हैं। उन्हें बीजेपी ज्वाइन कराने के साथ दूसरी दलों के ऐसे लोग जो बीजेपी ज्वाइन करने के इच्छुक हैं उन्हें भी शामिल करने का निर्णय लिया गया था।
रायसेन के विधायक और पूर्व विधायक पर भी निगाहें
पार्टी सूत्रों के अनुसार पूर्व मंत्री दीपक जोशी के खुलकर सामने आने के बाद अब रायसेन जिले के एक विधायक और एक पूर्व विधायक के परिजनों पर भी बीजेपी संगठन की निगाहें हैं। इसके साथ ही विन्ध्य और बुंदेलखंड के भी कुछ विधायकों और नेताओं के नाम सामने आए हैं। इंदौर और धार से वास्ता रखने वाले एक पूर्व विधायक भी दूसरे दलों के संपर्क में बताए जा रहे हैं।
अब तक नहीं माने जोशी, आखिर दौर तक मनाएंगे
उधर सूत्रों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री दीपक जोशी का कांग्रेस में जाना लगभग तय हो गया है। वे अब तक बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात और संवाद के बाद भी पार्टी में बने रहने को लेकर राजी नहीं हैं। उन्होंने इसके लिए साफ तौर पर मना कर दिया है। हालांकि कांग्रेस ज्वाइन करने के पहले आखिर दौर तक उन्हें मनाने की कोशिश पार्टी करेगी। जोशी ने राजधानी के 74 बंगले पर आवंटित आवास भी खाली कर दिया है।