Gwalior Politics : अनूप के दावे से कुशवाह नाराज, अध्यक्ष के सामने आपत्ति जताई!

ग्वालियर-चंबल संभाग में सिंधिया-तोमर के समर्थकों में खींचतान की ख़बरें!  

864

Gwalior Politics : अनूप के दावे से कुशवाह नाराज, अध्यक्ष के सामने आपत्ति जताई!

 

Gwalior : चुनाव के नजदीक आने के साथ ही राजनीतिक पार्टियों में खींचतान मचने लगी है। भाजपा में टिकटों की मांग से मतभेद उभरने लगे। सबसे ज्यादा विकट स्थिति ग्वालियर-चंबल संभाग में है। जहां इस बार सिंधिया गुट के नेताओं और मूल भाजपा के नेताओं में विवाद होना तय माना जा रहा है।दो दिन पहले भाजपा के सीनियर नेता अनूप मिश्रा ने ग्वालियर (दक्षिण) से चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद यहां नारायण सिंह कुशवाह नाराज बताए जा रहे हैं।

इस विधानसभा सीट से तीन बार विधायक रहे पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने भी सक्रियता दिखाते हुए अपना दावा पेश किया। उन्होंने सोमवार भोपाल के प्रदेश भाजपा कार्यालय में वरिष्ठ नेताओं से इस बारे में बातचीत की। इसके अलावा गुना के कुछ नेता भी टिकट के दावे को लेकर प्रदेश अध्यक्ष से मिले। अनूप मिश्रा ने ग्वालियर (दक्षिण) से खुलेआम चुनाव लड़ने की घोषणा की, जिससे कुशवाह नाराज बताए जा रहे हैं। वे 2003, 2008 और 2013 में लगातार इस सीट से बड़े अंतर से जीते थे। लेकिन, 2018 में महज 121 वोट के अंतर से वे चुनाव हारे थे। तीन दिन से भोपाल में मौजूद कुशवाह सोमवार को पार्टी नेताओं से मिलने के बाद ग्वालियर चले गए।

कुशवाह ने अनूप मिश्रा के ग्वालियर (दक्षिण) से चुनाव लड़ने की घोषणा पर प्रतिक्रिया दी कि किसी के दावे से टिकट तय नहीं होता। यह पार्टी संगठन तय करता है। कौन जीतेगा और कौन नहीं, यह जनता तय करती है। कुशवाह ने कहा कि मैं तो सिर्फ मोर्चा के रूटीन काम से आया था। वहीं, इमरती देवी भी पहले से वक्त लेकर प्रदेश अध्यक्ष से मिलने पहुंचीं।

प्रदेश भाजपा संगठन ने सोमवार को सीहोर, राजगढ़ और भोपाल (ग्रामीण) के पार्टी पदाधिकारियों, जिला अध्यक्षों, पूर्व व वर्तमान विधायकों के साथ बैठक की। राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, वीडी शर्मा और हितानंद शर्मा ने तीनों जिलों में पार्टी कार्यकर्ताओं से चुनावी तैयारी को लेकर बातचीत की।

इमरती देवी भी चुनाव के मूड में
सिंधिया के साथ भाजपा में आने के बाद डबरा से उपचुनाव हारी इमरती देवी ने भी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि भाजपा को फिर से सरकार बनानी है तो भितरघातियों को काबू में रखना होगा। इसलिए कि पार्टी संगठन को ग्वालियर-चंबल इलाके में ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेंद्र सिंह तोमर समर्थकों के बीच खींचतान की जानकारी मिल रही हैं। इससे पुराने कार्यकर्ता नाराज हैं।