कर्नाटक के “किंग” का फैसला आज…

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कर्नाटक के “किंग” का फैसला आज…

कर्नाटक में कौन सत्ता हासिल करेगा, किंगमेकर की जरूरत होगी या फिर कर्नाटक की जनता किंग का फैसला एकतरफा सुनाएगी…सारे सवालों का जवाब आज मिल जाएगा। सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू होगी और दोपहर तक सारी तस्वीर साफ हो जाएगी। भाजपा और कांग्रेस के अलावा कर्नाटक में सभी की नजरें जेडीएस के प्रदर्शन पर टिकी हुई हैं। एचडी कुमारस्वामी की पार्टी जेडीएस के लिए मतदाताओं ने ‘किंग मेकर’ की भूमिका छोड़ी है या नहीं, यह देखने वाली बात है। विधानसभा चुनाव के लिए हुए मतदान में 73.19 फीसदी वोटर्स ने हिस्सा लिया है। यह मतदान प्रतिशत कर्नाटक विधानसभा चुनाव में अबतक सबसे ज्यादा है। इससे कुछ हद तक साफ हो रहा है कि मतदाताओं ने अपना मन बना लिया था कि कर्नाटक का “किंग विद मेकर” रहेगा या “विदआउट किंगमेकर” ही कर्नाटक में कोई दल पांच साल तक राज करेगा।

राज्य में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दलों ने जबरदस्त चुनाव प्रचार किया है। कांग्रेस की तरफ से जहां सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिार्जुन खड़गे ने चुनाव प्रचार कर अपने मन की बात रखी और मन का दर्द भी बखूबी बयां किया। तो वहीं बीजेपी के तरफ से खुद पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मतदाताओं को रिझाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। और फिलहाल दोनों ही दल कर्नाटक में अपनी सरकार बनने का दावा कर रहे हैं। हालांकि सबसे ज्यादा प्रतिष्ठा अगर दांव पर लगी है तो वह है “ईवीएम”।  2018 विधानसभा चुनाव में कर्नाटक में भाजपा को सबसे ज्यादा 104 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। बीजेपी के बाद कांग्रेस को 80 सीटें और जेडीएस को 37 सीटें नसीब हुई थीं। इन तीन दलों के अलावा मायावती की बीएसपी और केपीजेपी को 1-1 सीटें मिली थीं। हालांकि कांग्रेस पार्टी को राज्य में सबसे ज्यादा वोट शेयर हासिल हुआ था। कर्नाटक में कांग्रेस को 38.04 फीसदी, भाजपा को 36.22 फीसदी औऱ जेडीएस को 18.36 फीसदी वोट मिला था। तब भी “ईवीएम” पर हार की ठीकरा फूटा था। और तब भी कर्नाटक से जुड़े बुद्धिजीवी कई सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों की जीत को पचा पाने में असहज महसूस करते रहे थे। बात फिर वही है कि यदि दावों के मुताबिक भाजपा सत्ता का संख्या बल हासिल करती है, तब एक बार फिर उंगली ईवीएम की तरफ ही उठने से कोई नहीं रोक सकता। हालांकि अब बहुत हद तक लोग ईवीएम पर आरोपों की कोई परवाह नहीं करते हैं।

सच यही है कि कर्नाटक में कौन बनाएगा सरकार, यह सवाल हर किसी के जेहन में है। एग्जिट पोल्स लगभग कांग्रेस के पक्ष में हैं, तो भाजपा की तरफ भी कुछ खड़े नजर आ रहे हैं। पूरा देश अंतिम परिणामों का टकटकी लगाए इंतजार कर रहा है। मतगणना की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। सुरक्षा के साथ कानून व्यवस्था का पूरा ख्याल रखा गया है। यह चुनाव परिणाम खडगे के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस को संजीवनी प्रदान करते हैं या फिर मायूसी ही कांग्रेस के हाथ लगने वाली है, यह फैसला आज हो जाएगा।