Indore-Dahod Rail Project : मार्च 2024 तक इंदौर से धार के बीच रेल चलाने की दिशा में हो रहा काम!
धार से छोटू शास्त्री की रिपोर्ट
Dhar : सब कुछ ठीक रहता है तो मार्च-2024 के आसपास धार से इंदौर के बीच रेल की शुरूआत की जा सकती है। इंदौर-दाहोद रेल परियोजना के तहत धार के नौगांव स्थित तोरनोद ब्रिज के नजदीक प्लेटफार्म बनाया जाएगा। 8 लेन वाले इस प्लेटफार्म को इंदौर-दाहोद के साथ छोटा उदयपुर-धार रेल परियोजना से भी जोड़ने की दिशा में काम हो रहा है। अर्थवर्क का काम जारी है। साथ ही मार्च-2024 के पहले इंफ्रास्ट्रक्चर का काम पूरा करने के लिए काम किया जा रहा है। साथ ही रेल लाइन बिछाने के लिए भी अर्थवर्क तैयार किया जा रहा है। बैस पूरा हो चुका है, अब गिट्टी बिछाने के लिए जल्द ही कवायद देखने को मिलेगी।
यह जानकारी धार के सांसद छतरसिंह दरबार ने पत्रकारों के साथ रेल परियोजना के तहत जारी निर्माण कार्यों के निरीक्षण के दौरान कही। उन्होंने कहा रेल परियोजना के लिए बजट की कमी कहीं नहीं है। इस परियोजना के लिए जितने बजट की आवश्यकता थी, उतना बजट पहले ही अलॉट कर दिया है। रेलवे के अधिकारियों को भी कहा गया है काम समय पर पूरा किया जाए।
सांसद दरबार ने बताया मैं जब 14वीं लोकसभा में सदस्य था, तब आदिवासी बाहुल्य लोगों की आवाज बनकर मैंने सरकार से रेल लाइन की मांग को मजबूती के साथ उठाया था। इसी कार्यकाल में 8 फरवरी 2008 में रेल परियोजना को मंजूरी देकर तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह ने झाबुआ में परियोजना का भूमिपूजन किया था। इसके बाद कुछ कारणों के चलते काम प्रभावित और देरी से हुआ। लेकिन, मेरे दूसरे कार्यकाल में मुझे दोबारा मौका मिला, तो फिर से परियोजना के बंद पड़े कामों को शुरू करवाने के लिए प्रधानमंत्री और रेल मंत्री से मांग की। इस बीच कोरोना आ गया। लेकिन सरकार ने हमारी मांग को मंजूर करते हुए बजट का पिटारा खोला और योजना के लिए पर्याप्त बजट उपलब्ध करवाया। इसका नतीजा है कि अब योजना के लिए पर्याप्त बजट और काम तेजी से चल रहा है। हमारे लक्ष्य अनुसार हम 2024 तक धार से इंदौर के बीच रेल शुरू कर लेंगे।
धार से टीही तक जारी है काम
सांसद के साथ रेलवे के अधिकारी और पत्रकारों ने संयुक्त रूप से रेल परियोजना के तहत जारी काम का अवलोकन किया। धार से लेकर टीही तक इंदौर-दाहोद रेल परियोजना का काम चल रहा है। धार से गुणावद के बीच अर्थवर्क का काम किया जा रहा है। जबकि, गुणावद से पीथमपुर के बीच अर्थवर्क का काम पूरा कर लिया गया। अब इस क्षेत्र में पटरियां बिछाने के लिए फाइनल बैस बनाने की कवायद की जा रही है। टीही में भी पटरियां नए सिरे से बिछाने के लिए बैस चौड़ा कर लिया गया है। सांसद दरबार ने रेलवे के अधिकारियों को काम की गति बढ़ाने के लिए भी कहा है। साथ ही जहां-जहां दिक्कतें है, उसे प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर खत्म करवाने के निर्देश दिए है। ताकि वक्त पर परियोजना का काम पूरा कर लिया जाए।
टनल का काम अंतिम दौर में
रेल परियोजना के तहत टीही के समीप 3 किमी अंडरग्राउंड टनल का निर्माण किया जा रहा है। टनल का काम लगभग पूरा होने आया है। हालांकि, अभी टनल के भीतर कुछेेक हिस्से में पानी भरा होने के कारण अर्थवर्क का काम शुरू नहीं हो पाया है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि पानी को खाली करने के लिए काम किया जा रहा है। एक पखवाड़े के बाद अर्थवर्क का काम शुरू करने की स्थिति बनेगी। सांसद दरबार ने रेलवे अधिकारियों ने टनल की जानकारी लेकर काम को पूरा करने के लिए कहा है।
17 किमी हिस्से में अर्थवर्क
इंदौर-दाहोद रेल परियोजना के तहत गुणावद तक रेलवे अर्थवर्क का काम पूरा कर चुका है। अब गुणावद से धार के बीच 17 किमी में पटरी बिछाने से लगाकर ओवरब्रिज बनाने का काम होना है। इसके लिए सबसे पहले अर्थवर्क किया जा रहा है। गुणावद से धार के बीच अर्थवर्क, पटरी पर 112 करोड़ रुपए खर्च होंगे। सांसद ने बताया परियोजना के लिए जरूरी बजट रेलवे को आवंटित हो चुका है। इसलिए कंपनी की मदद से जल्दी से जल्दी काम करवाने के लिए कहा गया है। बारिश से पहले सभी जरूरी काम को पूरा करने का लक्ष्य है।