पटवारी हड़ताल : MP में राजस्व कामकाज ठप,सीमांकन समेत हजारों मामले हुए प्रभावित
भोपाल: भोपाल समेत प्रदेश भर के करीब 19 हजार पटवारी अपनी 2800 ग्रेड पे की मांग को लेकर तीन दिन की हड़ताल पर है। हड़ताल के चलते एमपी में सीमांकन समेत हजारों मामले हुए प्रभावित हुए हैं।
बताया गया है कि पटवारियों की यह हड़ताल रविवार तक रहेगी। यदि रविवार तक मांग पूरी नहीं हुई तो मंदसौर में 26-27 मई को एक बड़ी मीटिंग करके आगे की रणनीति बनाई जाएगी।
पटवारी संघ के जिला अध्यक्ष संदीप शर्मा ने बताया कि पटवारियों को 2100 ग्रेड पे दिया जा रहा है। आरआई का 2800 ग्रेड पे कर दिया गया है जबकि आरआई को सीमांकन के काम के लिए भर्ती किया गया था, लेकिन यह काम पटवारियों से भी कराया जा रहा है, तो पटवारियों को भी समान वेतन दिया जाना चाहिए। यही हमारी प्रमुख मांग है। इसके अलावा सीमांकन का काम नहीं करने पर इंकार करने वाले हमारे साथियों जिन्हें सस्पेंड किया गया था उनको बहाल किया जाए। चूंकि पटवारी जन्म – मृत्यु प्रमाण के अलावा पुलिस की विवेचना से लेकर सरकार के सभी काम पटवारियों के माध्यम से कराए जाते हैं। ऐसे में तीन दिन हड़ताल में रहने के कारण यह सभी काम प्रभावित हो रहे हैं।
पटवारियों का कहना हैं कि उनके पास पहले से बहुत काम है। उनसे अवकाश के दिन काम नहीं कराया जाए।
भोपाल
भोपाल समेत प्रदेश भर के करीब 19 हजार पटवारी अपनी 2800 ग्रेड पे की मांग को लेकर तीन दिन की हड़ताल पर है। हड़ताल के चलते एमपी में सीमांकन समेत हजारों मामले हुए प्रभावित हुए हैं।
बताया गया है कि पटवारियों की यह हड़ताल रविवार तक रहेगी। यदि रविवार तक मांग पूरी नहीं हुई तो मंदसौर में 26-27 मई को एक बड़ी मीटिंग करके आगे की रणनीति बनाई जाएगी।
पटवारी संघ के जिला अध्यक्ष संदीप शर्मा ने बताया कि पटवारियों को 2100 ग्रेड पे दिया जा रहा है। आरआई का 2800 ग्रेड पे कर दिया गया है जबकि आरआई को सीमांकन के काम के लिए भर्ती किया गया था, लेकिन यह काम पटवारियों से भी कराया जा रहा है, तो पटवारियों को भी समान वेतन दिया जाना चाहिए। यही हमारी प्रमुख मांग है। इसके अलावा सीमांकन का काम नहीं करने पर इंकार करने वाले हमारे साथियों जिन्हें सस्पेंड किया गया था उनको बहाल किया जाए। चूंकि पटवारी जन्म – मृत्यु प्रमाण के अलावा पुलिस की विवेचना से लेकर सरकार के सभी काम पटवारियों के माध्यम से कराए जाते हैं। ऐसे में तीन दिन हड़ताल में रहने के कारण यह सभी काम प्रभावित हो रहे हैं।
पटवारियों का कहना हैं कि उनके पास पहले से बहुत काम है। उनसे अवकाश के दिन काम नहीं कराया जाए।