Rebellion in Dindori Congress : डिंडौरी कांग्रेस में विद्रोह, जिला अध्यक्ष को हटाने के बाद सामूहिक इस्तीफे!
Dindori : प्रदेश कांग्रेस ने जिला कांग्रेस अध्यक्ष वीरेंद्र बिहारी शुक्ला को हटाकर अशोक पड़वार को अध्यक्ष बना दिया। इस वजह से यहां कांग्रेस पार्टी के अंदर घमासन मच गया है। कई नेताओं ने विरोध करते हुए पार्टी से इस्तीफे दे दिए।
वीरेंद्र बिहारी शुक्ला को जिले के अध्यक्ष पद से हटाए जाने से नाराज जिला पंचायत अध्यक्ष रुदेश परस्ते, उपाध्यक्ष अंजू ब्यौहार, नगर परिषद अध्यक्ष सुनीता सारस समेत जिला पंचायत सदस्य एवं पार्षदों ने कांग्रेस पार्टी से सामूहिक इस्तीफे दे दिए। वीरेंद्र बिहारी के समर्थन में कांग्रेस नेताओं ने प्रेस कांफ्रेंस करके इस्तीफे की जानकारी मीडिया को दी। उन्होंने बताया कि वीरेंद्र बिहारी के नेतृत्व में सालों बाद जिला पंचायत एवं नगर परिषद में कांग्रेस ने जीत हासिल की। बावजूद इसके कांग्रेस पार्टी ने उन्हें पद से हटा दिया।
#डिंडोरी कांग्रेस जिलाध्यक्ष पद से हटाये जाने के बाद वीरेंद्र बिहारी शुक्ला का छलका दर्द,कहा सिंधिया नहीं कमलनाथ की तानाशाही के चलते गिरी थी सरकार,शुक्ला के समर्थन में जिलापंचायत अध्यक्ष,नगर परिषद अध्यक्ष समेत अन्य पदाधिकारियों ने दिया इस्तीफा @OfficeOfKNath @digvijaya_28… pic.twitter.com/J5Ccgps6gp
— Vijay Tiwari (@vk953) May 27, 2023
निर्दलीय चुनाव लडने की चेतावनी
जिला पंचायत अध्यक्ष रुदेश परस्ते ने वीरेंद्र बिहारी को हटाने के लिए स्थानीय कांग्रेस विधायक पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमकार मरकाम पर साजिश रचने का आरोप लगाया। जिला पंचायत अध्यक्ष रुदेश परस्ते ने विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने के भी संकेत दिए।
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पूर्व जिला अध्यक्ष वीरेंद्र बिहारी का दर्द छलक पड़ा और वे भावुक हो गए। उन्होंने न सिर्फ स्थानीय विधायक ओमकार मरकाम बल्कि प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उन्होंने यह भी कहा कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार सिंधिया की वजह से नहीं, कमलनाथ की मनमानी के चलते गिरी।
कांग्रेस में खुली गुटबाजी दिखी
प्रदेश में विधानसभा चुनाव को चंद महीने बचे हैं और ऐसे समय में पार्टी को गुटबाजी एवं अंतर्कलह से इतर होकर एकजुट करने की तैयारी चल रही है। वहीं दूसरी तरफ डिंडौरी जिले में जहां दोनों विधानसभा में कांग्रेस के विधायक हैं। वहां संगठन एवं विधायक के बीच गुटबाजी खुलकर सामने आ गई। विधानसभा चुनाव में इस गुटबाजी और अंतर्कलह से कांग्रेस पार्टी को नुकसान होने तय है।