Fire NOC : निजी अस्पतालों पर फायर NOC का दबाव, सरकारी अस्पताल के पास भी नहीं!
Indore : प्रशासन निजी अस्पतालों पर फायर एनओसी के लिए सख्ती कर रहा है। लेकिन, सरकारी अस्पताल में ही फायर एनओसी के पते नहीं। जीपीओ चौराहा स्थित पीसी सेठी अस्पताल बिना फायर एनओसी के ही चल रहा है। जब प्राइवेट हॉस्पिटल के लिए फायर एनओसी जरूरी है, तो फिर सरकारी अस्पताल की फायर एनओसी को लेकर स्वास्थ्य विभाग लापरवाही क्यों कर रहा। इस अस्पताल में और भी कई गंभीर लापरवाही बरती जा रही है।
एनओसी नहीं है, तो आग लगने की स्थिति में फायर फाइटिंग कैसे की जाएगी, इस बात का जवाब किसी के पास नहीं। अस्पताल में प्रतिदिन 200 से ज्यादा मरीज आते हैं। इन ज्यादातर गर्भवती महिलाएं होती हैं। बताया जा रहा है कि अस्पताल में फायर लाइन भी नहीं है। कलेक्टर ने अस्पतालों की फायर एनओसी को लेकर स्वास्थ्य विभाग को सख्त निर्देश दिए हैं। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग फायर एनओसी को लेकर प्राइवेट हॉस्पिटलों को लगातार पत्र जारी कर रहा है। हालांकि, उसके बाद भी प्राइवेट हॉस्पिटल और नर्सिंग होम स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई को गंभीरता से नहीं ले रहे, ये अलग बात है।
मामला पीसी सेठी अस्पताल का है, जो सरकारी है और बिना फायर एनओसी के संचालित हो रहा है। जब प्राइवेट हॉस्पिटलों के लिए फायर एनओसी जरूरी है, तो सरकारी हॉस्पिटल की फायर एनओसी को लेकर स्वास्थ्य विभाग और खासकर लाइसेंस शाखा के अधिकारी-कर्मचारी गंभीर क्यों नहीं हैं। यहां गंभीर मामला है।
स्वास्थ्य विभाग की लाइसेंस शाखा द्वारा पीसी सेठी अस्पताल को फायर एनओसी के लिए कई बार पत्र जारी किया गया, इस बारे में कोई स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई। शायद सरकारी अस्पताल होने के कारण लाइसेंस शाखा के अधिकारी भी गंभीर नहीं हैं। हाल ही के दौरे में कलेक्टर फायर एनओसी नहीं होने पर बहुत नाराज हो चुके हैं और उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को इसके लिए तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
दिनभर महिलाओं की भीड़
पीसी सेठी अस्पताल में दिनभर महिलाएं उपचार के लिए आती रहती हैं। इसलिए यहां अधिकतर भीड़ रहती है। इनमें भी अधिकांश गर्भवती महिलाएं होती हैं। डिलीवरी के केस भी यहां अधिक आते हैं, इसके बाद भी फायर फायटिंग की व्यवस्था उचित नहीं होना और फायर एनओसी नहीं होना गंभीर लापरवाही की ओर इशारा करता है।
पर्ची काउंटर पर आधार कार्ड सेंटर
पीसी सेठी अस्पताल में ओपीडी पर्ची काउंटर के पास ही हॉल में आधार कार्ड सेंटर भी संचालित हो रहा है। वहां लगी कुर्सियों पर ही पेशेंट बैठते हैं और उन्हीं कुसियों पर आधार कार्ड बनवाने वाले लोग, ऐसे में इन्फेक्शन फैलने की संभावना भी प्रबल है। कभी व्यापक रूप से भी इंफेक्शन फैल सकता है। इस ओर भी अस्पताल के जिम्मेदार अधिकारियों का ध्यान नहीं है।
एनओसी की कार्रवाई जारी
फायर एनओसी के लिए कार्रवाई सीएमएचओ बीएस सैत्या ने कहा कि अस्पताल से फायर एनओसी के लिए कार्रवाई कर रहे हैं। इसके पीछे निर्माण होने के कारण एनओसी में परेशानी आ रही है। जल्द मिल जाएगी।