निर्माण कार्यों पर ख़ुशी नहीं मातम मनाएं, इस IAS अफसर ने क्यों दिया यह अटपटा बयान
भोपाल: भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के मध्यप्रदेश कैडर के अधिकारी नियाज खान ने अपने ट्विटर हैंडल पर आज एक वीडियो शेयर कर अटपटा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों पर खुशी नहीं मातम मनाएं।
आखिर नियाज खान को ऐसा बयान देने की जरूरत क्यों पड़ी?
इसका खुलासा करते हुए खान बताते हैं कि जब भी कोई निर्माण कार्य होता है तो हजारों वृक्षों का बलिदान देना होता है। धरती मां का सीना चीरना पड़ता है ।
हम पर्यावरण को खराब करते हैं। हजारों करोड़ों पशु पक्षियों का हम घर छीन लेते हैं।
उन्होंने ब्राह्मणों की भूमिका को इस मामले में सक्रिय करने का आह्वान करते हुए कहा कि वेदों को उठाकर आप देख ले सारे भगवान प्रकृति के रक्षक हैं। उनका दायित्व प्रकृति की रक्षा करना और धरती को बचाना है।
आज मैंने आधुनिक विकाश पर एक ट्वीट किया है जिसको और समझने के लिए 2 मिनिट का video मैने शेयर किया है।कृपया सुने और अधिक से अधिक शेयर करें। pic.twitter.com/WjnSJRlRQ3
— Niyaz Khan (@saifasa) June 12, 2023
नियाज का कहना है कि जब भी हम कोई निर्माण कार्य शुरू करते हैं तो धरती मां का सीना चीर देते हैं। वृक्षों को काटते हैं तो धरती मां की सुंदरता को छीन लेते हैं। हर निर्माण कार्य में धरती, जो लोगों का पेट भरती है, हमें अनाज देती है, उसे हम छीन लेते हैं। यह बड़े दुर्भाग्य का विषय है कि आज किसी का ध्यान इस पर नहीं है। जब जब भी हम कोई निर्माण कार्य करते हैं, कोई आर्टिफिशियल चीज बनाते हैं तो धरती का हम कितना बड़ा नुकसान कर देते हैं।उन्होंने ब्राह्मणों का आह्वान किया कि वे इस दिशा में आगे आए।
नियाज खान हमेशा अपने बयानों के कारण सुर्खियों में बने रहते हैं। उनके इस बयान को लेकर यह माना जा रहा है कि उन्होंने देश में हो रही विकास गतिविधियों, निर्माण कार्यों को कराने वालों को एक तरह से कटघरे में खड़ा कर दिया है।