सतपुड़ा भवन में इतनी भीषण आग की बुझाने के साधन पड़े कम ,सीएम शिवराज ने गृह मंत्री अमित शाह से की बात, मांगी मदद
भोपाल में मध्य प्रदेश के सचिवालय सतपुड़ा भवन में सोमवार दोपहर करीब 3 बजे आग लग गई। यह तीसरी मंजिल से शुरू हुई और छठी मंजिल तक पहुंच गई है। आग बुझाने की कोशिशें नाकाम होने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से एयरफोर्स की मदद मांगी है। रात में ही AN 32 विमान और MI-15 हेलिकॉप्टर यहां पहुंचेंगे, जो आग बुझाने में मदद करेंगे।
सरकार का अनुमान है कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी और एसी के कंप्रेसर में ब्लास्ट होने से फैलती गई। पूरे ऑफिस में 30 से ज्यादा एसी कंप्रेसर में ब्लास्ट हुए हैं। मुख्यमंत्री ने आग लगने के कारणों की जांच के लिए 4 सदस्यीय कमेटी बनाई है।सतपुड़ा भवन में कई विभागों के दफ्तर हैं, जिनमें रखे दस्तावेज जलकर राख हो गए। सतपुड़ा भवन में आग सबसे पहले थर्ड फ्लोर पर लगी। इस फ्लोर पर अनुसूचित जनजाति क्षेत्रीय विकास योजना का दफ्तर है। यहां से आग चौथे, पांचवें और छठे फ्लोर तक पहुंची। इन तीनों फ्लोर पर स्वास्थ्य संचालनालय के दफ्तर हैं।चौथी मंजिल पर हेल्थ डिपार्टमेंट की शिकायत शाखा है। यहां EOW और लोकायुक्त में कर्मचारियों-अधिकारियों के खिलाफ की गई शिकायतों और जांच के दस्तावेज रखे थे, जिनके जलने का अनुमान है।
तीसरी मंजिल पर आदिवासी क्षेत्रीय योजनों का दफ्तर है जहाँ से प्रदेश भर के सभी विभागों को केंद्र सरकार का आदिवासी विकास का बजट आता है और वितरित होता है .आदिवासी विकास के स्वशासी संस्थाओं को प्रस्ताव पर स्वीकृति और अनुदान दिया जाता है .आदिवासी मंत्रणा परिषद् की शाखा , योजना शाखा ,इत्यादि महत्वपूर्ण शाखाओं के दस्तावेज जल कर राख हो गए है . चर्चा है कि इस कार्यालय में बिना प्रमुख सचिव की अनुमति के पूर्व में भी बहुत बड़ा बजट सौन्दर्यीकरण के काम पर खर्च किया जा चूका था , विगत वित्तीय वर्ष में भी जहाँ से खिडकियों से आग निकलती दिखाई दे रही है उसी भाग में बड़े हाल को कई कारपोरेट स्टाइल के कक्षों में रिनोवेट किया गया था ,ये कक्ष प्लाई के बनाए गए थे .और इनके बाहर विभाग की सभी शाखों का सम्पूर्ण दस्तावेज ,फाइलें ,विधान सभा की फाइलें रखी रहती थी . क्षेत्रीय विकास योजना के रिनोवेशन पर कई सवाल उठ रहे हैं .पूर्व में भी यहाँ आग की छोटी छोटी घटनाएँ होती रही है .