शिवरंजनी की फुल नहीं, आंशिक पद यात्रा, बाकी समय कार यात्रा

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शिवरंजनी की फुल नहीं, आंशिक पद यात्रा, बाकी समय कार यात्रा

राजेश चौरसिया की रिपोर्ट 

छतरपुर: बागेश्वर धाम के लिए पैदल जा रही शिवरंजनी तिवारी की पदयात्रा में मार्कण्डेय तेल कंपनी का प्रचार किया जा रहा है। लोगों की मानें तो कंपनी के सौजन्य से यह यात्रा चल रही है। जिसका कि प्रचार शिवरंजनी अपनी गाड़ी में उनके ब्रांड का बैनर लगाकर कर रहीं हैं। सूत्रों की मानें तो उनकी इस यात्रा का खर्च कंपनी उठा रही है।

बता दें कि पिछले 1 माह से शिवरंजनी तिवारी बाबा बगेस्वर धाम और उनके यहां तक कि जाने वाली पदयात्रा को लेकर ख़ाशी चर्चाओं में हैं।

कहा जा रहा है कि वह उत्तराखंड से बगेस्वर धाम तक पदयात्रा कर रहीं हैं। लेकिन मध्यप्रदेश छतरपुर पहुँचकर उनका खुलाशा हुआ है कि वह पदयात्रा सिर्फ नगर शहर में पहुँचकर करतीं हैं बाकी समय वे AC कार से सफर करतीं हैं उन्हें कोई देख न सके इसके लिए शिवरंजनी की कार को बाकायदा आगे पीछे से बैनर होर्डिंग से ढका गया है। जिसमें कि वह पीछे वाली सीटपर लेटकर आराम से सफर करतीं हैं।

●मध्यप्रदेश की सीमा पहुंचकर हुआ खुलासा..

उनका यह खुलाशा तब हुआ जब वे उत्तरप्रदेश महोबा जिले की सीमा से मध्य प्रदेश छतरपुर जिले की सीमा में प्रवेश करीं और गढ़ीमलहरा पहुँचकर नगर में पैदल यात्रा की और नगर से निकलते ही (अपनी मारुती कार) गाड़ी में बैठकर छतरपुर की ओर निकल गईं। उन्हें पदयात्रा की बजाय कार में बैठकर यात्रा करता देख जब मीडिया ने देखा और उन्हें कॉल कर लोकेशन जानी तो उनके साथियों ने लोकेशन छतरपुर फोरलाईन सड़क बताई, जब मोके ओर आकार बात करने की बात कही तो वह हक्के-बक्के राह गए और हमारे वहां पहुंचने पर गायब हो गये।

●15 किलोमीटर के 10 मिनिट के रास्ते में घंटों लगे, कार से बीच में रहे गायब..

हमारे बार-बार (98378 33485) नंबर पर फोन लगाने पर बमुश्किल फोन उठाया तो फिर अलग लोकेशन बताते हुए खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया गया और अस्पताल पहुँचने की बात कही गई। जहां अब गढ़ीमलहरा से 15 किलोमीटर तकरीबन 10 मिनिट का रास्ता उन्होंने 1 घंटा 45 मिनिट में तय किया और छतरपुर जिला अस्पताल पहुंचीं। इस दौरान तकरीबन डेढ़ घंटा तक (वह अज्ञात स्थान पर कार से गायब रहीं और मीडिया को गुमराह/घुमाती रहीं।

●15 किलोमीटर के सफर में कार भी बदली बैठीं मारुति में पहुंचीं स्कार्पियो से..

इतना ही नहीं शिवरंजनी गढ़ीमलहरा से मारुति कार में बैठकर निकलीं तो वहीं जब छतरपुर जिला अस्पताल पहुंचीं तो स्कार्पियो कार से उतरीं तो क्या उन्होनें 15 किलोमीटर के 10 मिनिट के रास्ते में कार भी बदल ली, जो कि कई सवाल खड़े करता है।

देखिए वीडियो-

●अस्पताल का रास्ता सीधा पर कार से कहीं और निकलीं..

यहां गढ़ीमलहरा से छतरपुर जिला अस्पताल का रास्ता कम दूरी का बिल्कुल सीधा सरल है जो बस स्टैंड से होकर जाता है। और शिवरंजनी तिवारी उनकी गाड़ी काफिला 4 लाईन ओर चढ़कर बगेस्वर धाम की ओर निकल गया। मामले।में जब हमने प्रत्यक्ष मिलकर कैंमरे पर इंटरव्यू की बात कही तो उन्होंने कुछ देर बाद मिलने की बात कही और जब पूछा कि आपकी तो यात्रा पदयात्रा है फिर कार से कैसी यात्रा तो फिर से मोबाईल कट जाता है और बार बार काल करने पर अब बीमारी की बात (बहाना) कहा जाता है और अस्पताल पहुंचने की बात की जाती है जो कि बगेस्वर धाम के रास्ते से कार लौटाकर राजनगर बायपास रोड से जिला अस्पताल लगभग 1 घंटा 45 मिनिट में पहुंचा जाता है। उनमें भी गाड़ी/कार बदली हुई होती है मारुति कार की जगह स्कार्पियो कार।

●पदयात्रा पर उठे सवाल, यात्रा के साथ में कंपनी का प्रचार बना बवाल..

हालांकि मामला चाहे जो भी हो पर इतना तो तय है कि शिवरंजनी तिवारी की यह यात्रा पदयात्रा नहीं बल्कि आंशिक पदयात्रा और कार यात्रा कही जा रही है। जो कि उनके किये और बड़ा सवाल खड़ा करती है और सिर्फ और सिर्फ पब्लिकसिटी स्टंट करार देती है। वह इसलिए कि उनकी कार में मार्कण्डेय तेल कंपनी का बैनर लगाकर प्रचार किया जा रहा है तो वहीं देशभर में विख्यात बगेस्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री से अपना नाम जोड़कर मीडिया में सुर्खियां बटोरी जा रहीं हैं।