Pharmacist Attachment : फार्मासिस्टों को लीगल शाखा में अटैच किया, वहां उनका क्या काम!

क्षेत्रीय संचालक ऑफिस में और भी कई कर्मचारियों को इसी तरह अटैच किया गया!

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Pharmacist Attachment : फार्मासिस्टों को लीगल शाखा में अटैच किया, वहां उनका क्या काम!
Indore : स्वास्थ्य विभाग में फार्मासिस्ट की नियुक्ति डिस्पेंसरियां में आने वाले मरीजों को दवाई बांटने के लिए होती है। इसके लिए डिप्लोमा धारकों को ही फार्मासिस्ट बनाया जाता है। लेकिन, यहां फार्मासिस्टों को स्वास्थ्य विभाग की लीगल शाखा में अटैच कर रखा है। क्यों किया गया है इसका जवाब किसी के पास नहीं है!
इस विभाग में अधिकारियों द्वारा अटैचमेंट का खेल जमकर खेला जा रहा है। इसमें विभाग की शाखाओं में ऐसे कर्मचारियों को पदस्थ किया जा रहा है, जिनकी नियुक्ति किसी और कार्य के लिए की गई है और वे दूसरी शाखा में सेवा दे रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के क्षेत्रीय संचालक का ऑफिस पालिका प्लाजा में स्थित है। इस दफ्तर में अन्य विभागों की तरह ही लीगल शाखा भी है। वैसे तो लीगल शाखा का काम विभाग के कोर्ट संबंधित प्रकरणों को देखना होता है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की लीगल शाखा में कई ऐसे कर्मचारियों का अटैचमेंट कर दिया है, जो मूल रूप से फार्मासिस्ट हैं। इनकी पदस्थापना भी स्वास्थ्य विभाग की शहर में स्थित अन्य डिस्पेंसरियों पर मरीजों को मेडिसिन बांटने के लिए की गई है।

जानकारी के मुताबिक क्षेत्रीय संचालक ऑफिस की लीगल शाखा में अजय वर्मा, कैलाश तायड़े और अन्य कई फॉर्मासिस्ट अटैच कर दिए गए हैं। इनमें वर्मा की पदस्थापना औषधि विभाग में है, वहीं तायड़े को होलकर साइंस कॉलेज की डिस्पेंसरी में पोस्टिंग दी थी। बाद में दोनों को लीगल शाखा में अटैच कर दिया गया। दूसरी तरफ लीगल शाखा में फार्मासिस्ट क्या काम करेगा। बताया तो यह भी जा रहा है कि ये फार्मासिस्ट दिनभर शायद ही कोई काम करते हैं। अधिकारियों की मानें तो उनका कहना है कि इन्हें हेल्पर के काम के लिए अटैच किया है।

फार्मासिस्ट का काम कौन कर रहा
डिस्पेंसरियां पर दवाइयां बांटने वाले फार्मासिस्ट क्षेत्रीय संचालक कार्यालय की लीगल शाखा में अटैच हैं, तो डिस्पेंसरियां में मरीजों को कौन दवाइयां बांट रहा है। दरअसल, वहां मरीजों को रोज परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बताया तो यह भी जा रहा है कि इन फार्मासिस्ट को सीएमएचओ कार्यालय ने नियुक्ति दी है।

हमारे ऑफिस में नहीं
सीएमएचओ बीएस सैत्या का कहना है कि हमारे ऑफिस की लीगल शाखा में कोई भी फार्मासिस्ट का अटैचमेंट नहीं किया गया है। हमारे यहां सभी क्लर्क हैं। जबकि, क्षेत्रीय संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं इंदौर संभाग डॉ शरद गुप्ता का कहना है कि लीगल शाखा में हेल्पर के लिए अटैच किया होगा। मुझे इसकी जानकारी नहीं है। फिर भी दिखवा लेते हैं।