Adipurush’ Controversy : ‘आदिपुरुष’ फिल्म के विवाद पर हिंदूवादी नेता खामोश!

किसी नेता ने फिल्म नहीं देखी, तो कोई प्रतिक्रिया देने से बच रहा!

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Adipurush’ Controversy : ‘आदिपुरुष’ फिल्म के विवाद पर हिंदूवादी नेता खामोश!

Bhopal : रामायण पर आधारित फिल्म ‘आदिपुरुष’ के डायलॉग, प्रस्तुतिकरण और वेशभूषा पर देशभर में विवाद छिड़ा हुआ है। दर्शकों के अलावा फिल्म इंड्रस्टी ने भी इसका विरोध किया। लेकिन, ज्यादातर भाजपा नेता चुप हैं। जो नेता ‘द कश्मीर फाइल्स’ और ‘द केरला स्टोरी’ पर खुलकर समर्थन में बयान देते दिखाई देते थे, वे भी कुछ नहीं बोल रहे। छह महीने पहले तक हर फिल्म और म्यूजिक वीडियो को धमकाने वाले गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा भी खामोश हैं।

जबकि, इस विवादास्पद फिल्म का देशभर में विरोध हो रहा और राजनीति गरमाने लगी है। चौंकाने वाली बात यह कि इस मसले पर प्रदेश के फायरब्रांड हिंदूवादी नेताओं की चुप्पी पर सबकी नजरें टिकी है। इंदौर और जबलपुर सहित कई शहरों में फिल्म निर्माता और संवाद लेखक के पोस्टर-पुतले भी जलाए गए। कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा तो इस मामले पर रिपोर्ट दर्ज कराने थाने गए। संस्कृति बचाओ मंच सहित अन्य हिंदू संगठनों ने कई शहरों में विरोध प्रदर्शन कर फिल्म को बैन करने की मांग उठाई।

प्रदेश में ‘आदिपुरुष’ के बवाल और विरोध के बावजूद ज्यादातर हिंदूवादी नेताओं बोलने से बच रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर और संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर भी चुप हैं। प्रज्ञा ठाकुर ने का कहना है कि मैंने अभी फिल्म नहीं देखी, उसे देखकर ही प्रतिक्रिया दे सकूंगी। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के नेता भी मौन हैं।

इस मुद्दे पर जाने-माने भाजपा नेता और हिंदूवादी जयभान सिंह पवैया का कहना है कि नवसृजन के नाम पर ईश्वर की लीलाओं में प्रयोग करने की छूट नहीं दी जा सकती। मैंने फिल्म नहीं देखी, लेकिन फिल्म के दृश्य और संवादों की आलोचना सामने आ रही है, जो गंभीर है। फिल्म के संवाद लिखने वाले भले खुद को राम भक्त बताते हों, लेकिन, पौराणिक आधार पर भगवान राम की जो छवि मन-मस्तिष्क में है उससे अलग प्रयोग करने की छूट नहीं दी जा सकती। कला के नाम पर आस्था से खिलवाड़ करने की इजाजत नहीं दी जा सकती। पवैया के अलावा सारे नेता फिल्म को लेकर कुछ बोल नहीं रहे।