इंदौर के बाद अब भोपाल से सागर के बीच चलेंगी बैटरी बसें, 30 मिनट में होंगी चार्ज
भोपाल: इलेक्ट्रिक व्हीकल को बढ़ावा दे रही सरकार अब एक से दूसरे जिलों में बैटरी से चलने वाली शून्य उत्सर्जन बसों से यात्रा सुविधा की तैयारी में है। इस तरह की बसों का संचालन नगरीय विकास एवं आवास विभाग के समन्वय से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत होगा। भोपाल और इंदौर तक इस तरह की बसों का संचालन जांचने के बाद अब भोपाल से सागर के लिए भी बसें चलाने की तैयारी है। धीरे-धीरे प्रदेश भर में इसे प्रभावी किया जाएगा और इन बसों को जबलपुर, नागपुर, खजुराहो आदि रूट पर भी चलाने की कार्ययोजना बनाई जाएगी।
बैटरी से चलने वाली बसों के संचालन का कॉन्ट्रेक्ट ग्रीन सेल कंपनी को दिया गया है। ग्रीन ग्रोथ इक्विटी फंड के अंतर्गत इस कंपनी को देश में बैटरी चलित बसों को आॅपरेट करने की जिम्मेदारी दी गई है। भोपाल-इंदौर के बीच बसों का संचालन करने के बाद दूसरे फेज में सागर से भोपाल के बीच बस चलेंगी। इन बसों का किराया चार्टड बस कंपनियों के मुकाबले में करीब 50 रुपए कम रहेगा। सागर-भोपाल के बीच कुल 12 बसों का संचालन होगा। सुबह से देर रात्रि के बीच दोनों तरफ से ये बसें नॉन स्टॉप तीन-तीन फेरे लगाएंगी। बसों में कुल 45 सीटें होंगी। बस की स्पीड, डीजल से चलने वाली बसों के समान रहेगी जो यात्रियों का औसतन 3.30 घंटे में भोपाल और सागर पहुंचा देंगीं।
चालक की आॅनलाइन मानीटरिंग
हर बस सुरक्षा उपकरणों से लैस रहेगी। इसमें सबसे बड़ी सुविधा ये रहेगी, बस ड्राइवर की आॅनलाइन विजुअली मॉनीटरिंग की जाएगी। अगर कहीं पर भी ड्राइवर बस चलाने के दौरान मोबाइल पर बात करने या किसी प्रकार का व्यसन करेगा या सीट बेल्ट नहीं लगाने जैसी छोटी-बड़ी चूक करता है तो वार्निंग सायरन बज जाएगा। बताया जाता है कि सागर रोड पर इन बसों को चार्ज करने के लिए राजघाट रोड पर बन रहे सागर-जबलपुर-नरसिंहपुर बस स्टैंड पर चार्जिंग की सुविधा देने का प्लान है। ये बस अधिकतम 30 मिनट में चार्ज हो जाती हैं। यह बसें बैटरी से संचालित हैं जिससे तेल के साथ पर्यावरण भी बचेगा।