घर में बने टैंक में डूबने से भाई-बहन की मौत, एक साथ जली 2 चिताएं
राजेश चौरसिया की रिपोर्ट
छतरपुर: छतरपुर में 2 भाई-बहन के पानी के टैंक में डूबने से मौत का मामला सामने आया है जिन्हें परिजन देर रात गंभीर हालत में जिला अस्पताल लेकर आए जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया है। तो वहीं आज उनका पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया है। वहीं दोनों भाई-बहन की एक साथ मौत और साथ में चिताएं जलने से पूरा गांव और आस-पास का इलाका शोक में डूब हुआ है।
जानकारी के मुताबिक घटना छतरपुर शहर के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम रामनगर में गुरुवार देर शाम की है जहां यय हृदय विदारक घटना घटी है। घर में निर्माणधीन शौचालय के पानी से भरे टैंक में डूबने से भाई – बहन की मौत हो गई। जिसपर पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू की है।
दरअसल ग्राम रामनगर में राम अवतार राठौर का शौचालय बन रहा था, जिसमे पानी भरा हुआ था। और फिलहाल परिजन उसमें पानी भरकर उसे स्तेमाल करते थे इसी में बच्चे पानी में कूदकर नहाते भी थे। जहां गुरुवार को छोटे भाई रामाधार राठौर राठौर के बच्चे आयुष उम्र 10 वर्ष और अनामिका 11वर्ष खेलते हुए टैंक के पास पहुंचे और डूब गए।
बच्चों के गायब होने पर उन्हें ढूंढते रहे ओर वे नहीं मिले जब शाम 5-6 बजे उनका बड़ा भाई 15 साल का अंकज टैंक पर नहाने पहुंचे तो देखा उसमें दूध वाली केन डली हुई है जिसपर उसने टैंक में कूदकर निकालना चाहा तो उसके साथ उसका भाई पानी में डूबा हुआ था जिसे उसने निकाला और परिजनों को बताया जहां परिजनों ने बेटी को खोजा तो वह भी उसमें मिल गई।
आयुष और अनामिका के पानी में मिलने के बाद परिजन उन्हें देर रात जिला अस्पताल लेकर आये, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। एक साथ दोनों बच्चों की मौत होने से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था।
बात यादें कि एक सप्ताह में टैंकों में बच्चों के डूबने की कम से कम तीन घटनाएं सामने आ चुकी हैं। लोगों की लापरवाही और बच्चों की जरा सी चूक उनकी जान ले लेती है। और इस इसी वजह से आये दिन इस तरह की घटनाएं सामने आ रहीं हैं। इसके लिए लोगों को सतर्क और जागरुक होना बेहद जरूरी है।