केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उदयपुर में जनजातीय विशिष्ट जन संवाद कार्यक्रम में लिया भाग

मानगढ़ धाम देश की आजादी में जनजाति समाज की भागीदारी तथा त्याग तपस्या और बलिदान का प्रतीक है

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जनजाति समाज सदैव भारतीय जनता पार्टी के साथ रहा है और आगे भी रहेगा-अमित शाह

राजस्थान से गोपेंद्र नाथ भट्ट की खास रिपोर्ट

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को गुजरात से सटी दक्षिणी राजस्थान की झीलों की नगरी के नाम से विख्यात उदयपुर शहर के अपने दौरें में एक स्थानीय निजी होटल होवार्ड जॉनसन में विशेष रूप से आयोजित भारतीय जनता पार्टी के जनजातीय विशिष्ट जन संवाद कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने इस कार्यक्रम में समाज के प्रबुद्ध वर्ग के लोगों, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियो, सांसदों, विधायको, जिला पंचायत प्रमुखों, प्रधानों एवं अन्य जनप्रतिनिधियों को संबोधित किया और कहा कि जनजाति समाज सदैव भारतीय जनता पार्टी के साथ रहा है और आगे भी रहेगा। शाह ने यह भी कहा कि जनजाति समाज ने हमेशा देश की उन्नति में भी अग्रणी भूमिका का निर्वहन किया है।

शाह ने कहा है कि देश की आजादी में जनजाति समाज में अन्य समाजो के समकक्ष भागीदारी रही है और उन्होंने सदैव मुखर रहते हुए त्याग, तपस्या और बलिदान दिया है, जिसका जीता जागता उदाहरण राजस्थान और गुजरात की सीमा पर बांसवाड़ा जिले में स्थित मानगढ़ धाम है जहां पर जलियांवाला बाग से भी ज्यादा लोगों विशेष कर आदिवासी भाइयों का बलिदान हुआ था।

शाह ने जनजाति समाज के प्रतिनिधियों से कहा कि कांग्रेस ने लंबे समय तक देश में सत्ता की राजनीति की है परंतु जनजाति समाज के सर्वांगीण कल्याण के लिए कुछ खास नहीं किया। उन्होंने बताया कि देश में अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार आने के बाद जनजाति कल्याण के लिए अलग से जनजाति मंत्रालय बनाया गया और विशेष बजट भी दिया गया। इस मंत्रालय ने जनजाति समाज के कल्याण की योजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाया है।

उन्होंने कहा कि सच्चे अर्थों में जनजाति समाज की अगर किसी ने सुध ली है तो वह भारतीय जनता पार्टी ही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राज में गृह मंत्रालय में उप सचिव के स्तर का अधिकारी जनजाति समाज के कार्यों को देखता था जिसका वास्तव में कोई अर्थ नहीं निकलता था।

गृह मंत्री ने दोहराया कि मोदी सरकार ने गरीब आदिवासी परिवार की द्रोपदी मुर्मू जी को राष्ट्रपति भवन पहुंचा कर देश के महामहिम पद पर आसीन किया। उन्होंने कहा कि जनजाति समाज से कई ऐसे वरिष्ठ राजनेता है जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी में कार्य किया और पार्टी ने उनको राज्यपाल पद पर  सुशोभित किया।

शाह ने बताया कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी और वे स्वयं गुजरात से आते हैं । मेवाड़ वागड़ और गुजरात की आदिवासी संस्कृति और संस्कार में कोई अंतर नहीं है। गुजरात में पिछले चुनाव में और उसके पूर्व भी लगातार आदिवासी जनजाति समाज का पूरा समर्थन भारतीय जनता पार्टी को मिल रहा है और प्रदेश में 70 प्रतिशत से अधिक विधानसभा सीटों में भाजपा को जिताने में इस समाज ने सहयोग किया है।

उन्होंने कहा कि राजस्थान में इस वर्ष के अंत में विधानसभा के चुनाव होने जा रहे हैं ।उन्होंने जनजाति बंधुओं से अपील की कि वे आने वाले विधानसभा में और अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव में कटिबद्ध होकर भारतीय जनता पार्टी को प्रचंड बहुमत से सत्ता में लाएं ताकि जनजाति समाज के सर्वांगीण उत्थान का मार्ग प्रशस्त हो सके। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जनजाति समाज के साथ सदैव खड़ी रही है और आगे भी रहेगी । कांग्रेस केवल घड़ियाली आंसू बहा कर और मुफ्त की योजनाएं ला कर लोगों को भ्रमित कर रही है।

शाह ने बताया कि केंद्र की मोदी सरकार ने देश के गरीब शोषित पीड़ित एवं अपेक्षित परिवारों को पक्के मकान गैस कनेक्शन नल कनेक्शन और ऐसी कई योजनाओं के साथ उनके जीवन स्तर को ऊँचा उठाने का उल्लेखनीय काम किया है। साथ ही भाजपा ने जो कहा है वह करके दिखाया है। मोदी सरकार गरीबों के उत्थान के लिए सतत कार्य कर रही है।

इस अवसर पर भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया,राष्ट्रीय महामंत्री एवं प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, विधानसभा में विपक्ष के नेता राजेंद्र सिंह  राठौड़, संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चुन्नीलाल गरासिया,उदयपुर के सांसद अर्जुन लाल मीणा, बांसवाड़ा-डूंगरपुर के सांसद कनक मल कटारा, प्रदेश महामंत्री सुशील कटारा, संभाग प्रभारी हेमराज मीणा सहित जनजातीय क्षेत्र से कई लोग उपस्थित थे।

इस अवसर पर उदयपुर के सांसद अर्जुन लाल मीणा और बांसवाड़ा-डूंगरपुर के सांसद कनक मल कटारा ने शाह को आदिवासियों का मुख्य शस्त्र तीर कमान तथा मानगढ़ धाम के स्मारक की तस्वीर भेंट की।