Jansunwai : किसी को मिला घर, किसी को नौकरी, किसी को इलाज के लिए मदद!

कलेक्टर ने आवेदकों की समस्याओं को गंभीरता से सुनकर निराकरण किया!

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Jansunwai : किसी को मिला घर, किसी को नौकरी, किसी को इलाज के लिए मदद!

Indore : आज मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई हुई। इस जनसुनवाई में कलेक्टर डॉ इलैया राजा टी ने आवेदकों की समस्याओं को गंभीरता से सुनकर उनका निराकरण किया। जनसुनवाई में कई जरूरतमंदों को रोजगार, आवास, शिक्षा और इलाज के लिए यथासंभव मदद दी गई। कलेक्टर ने आज तीन दिव्यांग जरूरतमंदों को आवास आवंटित करते हुए पहली किस्त और अन्य औपचारिकताओं के लिए आर्थिक मदद भी स्वीकृत की। साथ ही दो जरूरतमंदों को स्कूटी देने के निर्देश दिए। इसके अलावा रेडक्रॉस से कई जरूरतमंद परिवारों को आर्थिक सहायता स्वीकृत की।

जनसुनवाई में कलेक्टर के समक्ष कुलकर्णी भट्टा में रहने वाली सावित्री लोधा पहुंची। उसने बताया कि मैं स्वयं और पति दोनों दिव्यांग है। रहने के लिए मकान नहीं हैं। मजदूरी करके अपना भरण पोषण कर रहे हैं। जैसे-तैसे कर अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई भी करवा रहे हैं। हमारा सपना है कि अपना खुद कर घर हो, अभी हम किराए के मकान में रहते हैं। किराया भरना भी मुश्किल हो रहा है। कलेक्टर ने गंभीरता से समस्या को सुनकर इन्हें आवास आवंटित करने के निर्देश दिए।

इसी तरह सुभाष नगर में रहने वाले गोवर्धन बंसल भी पहुंचे। इन्होंने बताया कि मैं दृष्टिबाधित हूँ। प्राइवेट नौकरी कर रहा हूँ। वेतन भी बहुत कम है। अभी हम किराए के मकान में रह रहे हैं, वहां किराया जमा करने सहित अन्य समस्याएं आती है। अगर हमें खुद का मकान मिल जाए तो हम अपने बच्चों की परवरिश अच्छे तरीके से कर सकेंगे। कलेक्टर ने इन्हें भी आवास आवंटित करने के निर्देश दिए।

नगर निगम के अधिकारियों प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कनाड़िया में निर्मित लाइट हाउस प्रोजेक्ट में इन्हें आवास आवंटित किए। पहली किस्त और अन्य औपचारिकताओं के लिए कलेक्टर टी. ने 60-60 हजार रुपए की मदद भी स्वीकृत की। इसके अलावा पिछले जनसुनवाई में आए दिव्यांग दंपत्ति केदार पटेल और उनकी पत्नी ने बताया कि हमें आवास तो आवंटित हो गया, परंतु बैंक द्वारा दो लाख रुपए जमा करने की बात कही जा रही हैं। कलेक्टर ने वस्तुस्थिति पता कर इसे भी दो लाख रुपए की मदद स्वीकृत की।

इसी तरह मुस्कान पति रवि वर्मा को स्कूटी स्वीकृत करने के निर्देश दिए। मुस्कान ने बताया कि मेरे पति का निधन हो गया है। छोटे-छोटे बच्चे हैं। घर-घर जाकर खाना बनाने और बर्तन सफाई का कार्य मजबूरी में करना पड़ रहा है। समय से पहुंचने में बहुत दिक्कत हो रही है। इसी तरह पालिया में रहने वाली एक दिव्यांग युवती लीला को भी उसकी दिव्यांगता का परीक्षण कर स्कूटी देने के निर्देश दिए।

जनसुनवाई में आज अनेक जरूरतमंदों को शिक्षा और इलाज के लिये रेडक्रॉस से आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई। जनसुनवाई में आज अपर कलेक्टर अभय बेडेकर, राजेश राठौर, अजय देव शर्मा, सपना लोवंशी सहित अन्य अधिकारियों ने भी आवेदकों की समस्याओं सुनकर उनका हाथो-हाथ निराकरण किया।