थोक उर्वरक विक्रेता का लाइसेंस निरस्त, पते पर मिले ही नहीं दुकान और गोडाउन

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थोक उर्वरक विक्रेता का लाइसेंस निरस्त,
पते पर मिले ही नहीं दुकान और गोडाउन

अलीराजपुर से राजेश जयंत की रिपोर्ट

अलीराजपुर। जनजातीय बहुल अलीराजपुर जिले मे निरक्षरता के बड़े ग्राफ के चलते कृषक अक्सर ठगी का शिकार बनते हैं। किसानों के साथ उर्वरक एवं बीज को लेकर होने वाली ठगी को रोकने के लिए कलेक्टर राघवेंद्र सिंह ने कृषि विभाग को सख्त आदेश जारी किए हैं। आदेश के परिपालन एवं उप संचालक कृषि अलीराजपुर के दिशा निर्देशन में कृषि विभाग द्वारा उर्वरक सेंटरों का औचक निरीक्षण किया जा रहा है।

निरीक्षण के दौरान जिले के उदयगढ़ में एक ऐसी थोक उर्वरक फर्म का खुलासा हुआ जो यहां के पते पर संचालित ही नहीं थी जबकि उस फर्म द्वारा यहां के रिटेलर उर्वरक विक्रेताओं को माल सप्लाई किया जा रहा था।

वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी संदीप रावत ने बताया कि “मेमर्स भंडारी ब्रदर्स” नामक थोक उर्वरक फर्म मेन रोड उदयगढ़ के पते पर संचालित बताई गई थी। इसी पते से यहां के रिटेलर विक्रेताओं को माल सप्लाई भी किया जा रहा था।
भंडारी ब्रदर्स द्वारा उल्लेखित पते पर पहुंची कृषि विभाग की टीम ने वहां एक अन्य पुरानी रिटेलर फर्म संचालित पाई। उक्त फर्म के संचालक हुसैनी हमीदी मंसूर भाई से वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी द्वारा पूछे जाने पर उन्होंने साफ कहा कि भंडारी ब्रदर से उनका कोई संबंध नहीं। भंडारी ब्रदर्स द्वारा दिया गया दुकान एवं गोडाउन का पता उनका निजी व्यापारिक प्रतिष्ठान है।

संदीप रावत ने बताया कि उर्वरक (नियंत्रण) आदेश 1985 की धारा 35, धारा 4 एवं धारा 5 का स्पष्ट उल्लंघन पाए जाने पर उनके द्वारा मौके पर पंचनामा बनाया गया और थोक उर्वरक लाइसेंस विक्रेता फर्म भंडारी ब्रदर्स उदयगढ़ का लाइसेंस निरस्त करने के लिए उप संचालक कृषि अलीराजपुर को अनुशंसा भेजी गई ।

गौरतलब है कि थोक एवं रिटेल उर्वरक विक्रेताओं को पाक्षिक एवं मासिक रिपोर्ट विभाग को देना होती है। साथ ही रोजाना के क्रय- विक्रय की जानकारी भी अपडेट रखना होती है। विभाग द्वारा फर्म पर विक्रय किए जा रहे उर्वरक, बीज का नमूना और गोडाउन चेक किया जाता है। इस पूरी प्रक्रिया से भंडारी ब्रदर्स फर्म बच रही थी, क्योंकि भौतिक रूप से वह यहां संचालित ही नहीं होकर अन्य स्थान से कारोबार कर रही थी।

इसी तरह से ग्राम छोटा इटारा में संचालित अन्नदाता कृषि सहायता केंद्र में भी गड़बड़ी पाए जाने पर उसका लाइसेंस निरस्त करने के लिए उप संचालक कृषि अलीराजपुर को अनुशंसा भेजी गई है।

इन उर्वरक फर्म का भी किया निरीक्षण और दिए दिशा निर्देश
वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी द्वारा उदयगढ़ में संचालित न्यू राज एग्रो सेंटर, श्री साईं कृषि सेवा केंद्र, राज एग्रो सेंटर, तिरुपति एग्रो एजेंसी, गुजराती भाई कृषि सहायता केंद्र, मुवेल एग्रो सेंटर आदि का निरीक्षण किया गया।

यहां से विभाग द्वारा कपास एवं मक्का का बीज नमूना संकलित कर अंकुरण परीक्षण जांच हेतु प्रयोगशाला को भेजा गया है।

समस्त फर्म संचालकों को वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी संदीप रावत ने निर्देश दिए कि नियमानुसार कृषि आदान विक्रय करें और क्रय, विक्रय, भंडारण की जानकारी अपडेट रखें । इस दौरान विभाग के पंकज खन्ना भी साथ थे।